बेंगलुरु के जलाहल्ली से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक इंजीनियरिंग छात्र ने लोन एजेंट्स से परेशान होकर सुसाइड कर लिया। वह येलहंका के निट्टे मीनाक्षी कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। दरअसल, छात्र ने एक चीनी मोबाइल एप्लिकेशन से लोन लिया था। जिसे चुका पाने में वह असमर्थ था। EMI ना दे पाने की वजह से उसका कर्ज बढ़ता गया। वह परेशान रहने लगा। उसने लोन भरने के लिए कई जगह हाथ-पैर मारे मगर सफल न हो सका। उसके पास लोन देने वाले ऐप के एजेंट्स का फोन आना शुरू हो गया। वे लोग छात्र को धमकी देने लगे। इतना ही नहीं चीनी मोबाइल एप्लिकेशन के एजट्स ने छात्र का उत्पीड़न करना शुरू कर दिया। इसके बाद मंगलवार को 22 साल के इंजीनियरिंग छात्र तेजस ने बेंगलुरु के जलाहल्ली स्थित अपने घर पर सुसाइड कर लिया।
लोन देने वाले एजेंट्स ने छात्र को किया ब्लैकमेल
आरोप है कि लोन देने वाले एजेंट्स ने कथित तौर पर छात्र को ब्लैकमेल किया। एजेंट्स ने छात्र को धमकी दी कि अगर वह लोन नहीं चुकाता है तो वे उसकी मोबाइल की प्राइवेट तस्वीरें वायरल कर देंगे। पुलिस शिकायत के अनुसार, तेजस के परिवार ने कहा कि उसने ‘स्लाइस एंड किस’ चीनी ऐप से लोन लिया था। वह किस्त नहीं चुका पाया। छात्र के पिता गोपीनाथ को मामले के बारे में बाद में पता चला।
उन्होंने कहा कि वे बेटे के बदले लोन के पैसे चुका देंगे। पिता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि मोबाइल एप्लिकेशन के एजेंट्स ने तेजस के घर का दौरा किया औऱ डराया धमकाया। इतना नहीं उन्होंने तेजस को कई धमकी भरे कॉल किए। तेजस की मौत से तीन दिन पहले गोपीनाथ ने बकाया कर्ज चुकाने के लिए थोड़ा समय मांगा था मगर वे नहीं माने और धमकी देते रहे।
ऐप एजेंट्स ने मंगलवार शाम कथित तौर पर तेजस को कई कॉल किए। जिससे वह परेशान हो गया औऱ इसी कारण उसने यह कदम उठाया। सुसाइड नोट में तेजस ने लिखा है “मम्मी-पापा मैंने जो कुछ भी किया उसके लिए माफ करना। मेरे पास इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। मैं अपने नाम पर लोन चुकाने में असमर्थ हूं और यह मेरा अंतिम निर्णय है… गुडबॉय।”