पूर्वांचल का कुख्यात माफिया मुन्ना बजरंगी ने 20 साल में 40 कत्ल करके जरायम की दुनिया में वर्षों दहशत और खौफ का पर्याय बना रहा। जुलाई 2018 में यूपी की बागपत जेल में उसके मर्डर से पहले उसकी पहचान एक खुंखार हत्यारे की बन चुकी थी। 17 साल की उम्र में पहला खून करने के बाद उसको खूनखराबे की ऐसी लत लगी कि वह कई गैंग्स के साथ रहकर बाद में अपना गैंग बना लिया और हत्या, जबरन वसूली, अपहरण को क्षेत्र में उद्योग की तरह चलाने लगा। उसके खिलाफ 40 से ज्यादा गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज थे। इस दौरान उसने 250 करोड़ की संपत्ति का मालिक बन गया।
शुरू में माफिया मुन्ना बजरंगी पर स्थानीय बाहुबली गजराज सिंह का संरक्षण प्राप्त था। उसके कहने पर उसने कई हत्याओं काे अंजाम दिया। बाद में वह अपराधी से नेता बने मुख्तार अंसारी के गिरोह में शामिल हो गया और गिरोह के सबसे खूंखार निशानेबाजों में से एक के रूप में जाना जाने लगा। मुन्ना जबरन वसूली और हत्या करने के काम को अंजाम देने में बड़ी सफाई से जुटता था। वह आसानी से पुलिस की गिरफ्त में नहीं फंसता था।
किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाला मुन्ना मात्र 14 वर्ष की उम्र में पड़ोसी से किसी विवाद पर इतना तैश में आ गया कि 250 रुपए की पिस्टल खरीद कर उसकी हत्या कर दी। 1988 में हरिद्वार में यूपी एसटीएफ के साथ एक मुठभेड़ में उसको कई गोलियां लगीं, लेकिन गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी वह किस्मत से बच गया। बाद में वह कई साल तक दिल्ली के तिहाड़ जेल में रहा। वहां से छूटा तो मुंबई में जा बसा। इस दौरान वह कई बार विदेश भी गया और वहां से भी अपने कारनामे को अंजाम दिया। उसके संबंध अंडरवर्ल्ड से भी रहे।
इसके कुछ वर्षों बाद ही उसने 29 नवंबर 2005 को माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के कहने पर गाजीपुर से भाजपा के विधायक कृष्णानंद राय की हत्या कर दी। हत्या को अंजाम देने से पहले उसने पूरी तैयारी की थी। विधायक कृष्णानंद राय पर 400 से ज्यादा गोलियां चलाई गई थीं। इस दौरान विधायक के साथ रहे छह अन्य लोगों की भी जान चली गई।
गाजीपुर के विधायक कृष्णानंद राय का मर्डर करने के बाद वह यूपी, बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र में बड़ी ताकत बनकर उभरा। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई जाल बुने, लेकिन वह आसानी से हाथ नहीं लगा। पुलिस ने उस पर सात लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। दो साल तक पुलिस उसको दिन रात खोजती रही। बड़ी मुश्किल से 2009 में वह मुंबई से गिरफ्तार हुआ।