Bhadohi Crime News: उत्तर प्रदेश की भदोही पुलिस ने रविवार को एक 35 वर्षीय व्यवसायी को उस व्हाट्सएप ग्रुप का एडमिन (प्रशासक) होने के आरोप में गिरफ्तार किया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कथित तौर पर ‘अपमानजनक’ टिप्पणी पोस्ट की गई थी। पुलिस ने कहा कि उसे इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि एडमिन के रूप में उसने अपमानजनक पोस्ट करने वाले मेंबर (सदस्य) के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया।

कोतवाली पुलिस स्टेशन के SHO अजय कुमार सेठ ने दी पूरी जानकारी

कोतवाली पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) अजय कुमार सेठ ने कहा कि व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन की पहचान सहाबुद्दीन अंसारी के रूप में की गई है। वह भदोही में धागे का कारोबार करता है। सेठ ने कहा, “वह इसे हटाने और मुस्लिम अंसारी (अपमानजनक टिप्पणी पोस्ट करने वाले सदस्य) को समूह से हटाने के बजाय चुप रहे। हालाँकि, समूह के कई सदस्यों ने सीएम योगी के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट पर आपत्ति जताई।”

नेपाल में रहता है पोस्ट करने वाला मुस्लिम अंसारी, तीन महीने से घर नहीं लौटा

भदोही पुलिस अब पोस्ट करने वाले मुस्लिम अंसारी की तलाश कर रही है। भदोही के रहने वाला मुस्लिम अंसारी नेपाल में कारोबार चलाता है। सेठ ने कहा, “हमने भदोही में मुस्लिम अंसारी के घर पर छापेमारी की। उसकी पत्नी और उसके बच्चों सहित परिवार के सदस्यों ने कहा कि वह (मुस्लिम अंसारी) नेपाल में था और पिछले तीन महीने से घर नहीं लौटा है। उसे गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।”

सहाबुद्दीन अंसारी और मुस्लिम अंसारी के खिलाफ IPC की इन धाराओं में केस

पुलिस ने गुरुवार को व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन सहाबुद्दीन अंसारी और वहां पोस्ट करने वाले मेंबर मुस्लिम अंसारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 500 (मानहानि), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 505 (2) (शत्रुता, नफरत या बुराई पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एफआईआर दर्ज की। इसके अलावा पुलिस ने इस मामले में आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम लागू किया।

नगर पालिका परिषद भदोही नाम के व्हाट्सएप ग्रुप में हैं 418 सदस्य

पुलिस के मुताबिक, जिस व्हाट्सएप ग्रुप में सीएम योगी आदित्यनाथ पर अपमानजनक टिप्पणी की गई उसका नाम ‘नगर पालिका परिषद भदोही’ है। इसका उपयोग लोग अपने क्षेत्रों की समस्याओं को साझा करने के लिए करते हैं और इसमें नगर पालिका कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों सहित 418 सदस्य हैं। एक मुखबिर ने 4 अगस्त को एक्स (पहले ट्विटर) के जरिए व्हाट्सएप ग्रुप में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी का स्क्रीनशॉट पोस्ट कर शिकायत की थी।

भदोही पुलिस साइबर सेल की जांच में शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई

भदोही पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए साइबर सेल की मदद से जांच शुरू की और शिकायत सही पाई गई। पुलिस ने कहा कि पूछताछ के दौरान उन्हें पता चला कि यह टिप्पणी अन्य व्हाट्सएप ग्रुपों में भी साझा की गई थी। पुलिस उन व्हाट्सएप ग्रुप के बारे में भी पता लगा रही है। सबूत सामने आने पर उन ग्रुप के एडमिन और मेंबर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।

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