दिल्ली पुलिस ने 2009 में लूट-हत्या के मास्टर माइंड को 12 सालों बाद गिरफ्तार किया है। अपराध शाखा ने पुलिस से बचने के लिए तांत्रिक का वेश धारण करने वाले 12 साल से फरार डकैती-हत्या मामले के सरगना को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। आरोपी ने डकैती और हत्या के इस मामले को 2009 में अंजाम दिया था। पुलिस के अनुसार, आरोपी 12 सालों से अधिक समय से गिरफ्तारी से बच रहा था और 2012 में कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था।
पुलिस ने आगे बताया कि आरोपी मोहम्मद जमशेद अली खान को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में उसके गृह जनपद से गिरफ्तार किया गया। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) (अपराध शाखा) संजय कुमार सैन ने बताया कि छह जनवरी 2009 को मयूर विहार के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर एक शख्स का शव मिला था जिसका गला घोंटा गया था। बाद में उसकी पहचान निजी परिवहन कंपनी के ड्राइवर संतोष यादव के रूप में हुई थी।
कैसे पकड़ा गया मास्टर माइंड?
डीसीपी के अनुसार, जांच से पता चला कि जमशेद और उसके साथियों ने यादव के ट्रक में ‘लिफ्ट’ लेकर उसकी हत्या कर दी और प्लास्टिक दाने से भरा कंटेनर लूट लिया। डीसीपी ने यह भी बताया कि पांच सह-आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि जमशेद 2012 में जमानत मिलने के बाद फरार हो गया था। अधिकारी ने आगे बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर भवानीपुर खीरू में जाल बिछाया गया और जमशेद को उस समय पकड़ लिया गया जब वह अपने एक सहयोगी के साथ बैठक कर रहा था।
सेन ने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान उसने अपराध में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली। डीसीपी ने बताया कि जमशेद ने हिरासत से बचने के लिए अपने परिवार को दूसरी जगह भेज दिया और खुज तांत्रिक के वेश में रहने लगा था।