दिल्ली के अस्पताल में एक डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है। खबर फैलते ही सनसनी फैल जाती है। हर किसी के मन में यही सवाल है कि आखिर 16 साल के कम उम्र के दो आरोपियों ने डॉक्टर की जान क्यों ली? नाबालिग आरोपियों की ऐसी डॉक्टर से क्या चिढ़ थी।
दरअसल, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके में एक नर्सिंग होम के अंदर बुधवार देर रात को एक डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी नाबालिग हैं, जो इलाज के लिए आए थे। आरोपियों ने यूनानी चिकित्सक (बीयूएमएस) जावेद अख्तर को देर रात करीब एक बजकर 45 मिनट पर गोली मार दी।
केबिन में घुसकर कुर्सी पर मारी गोली
पुलिस अधिकारी के अनुसार, अख्तर को अस्पताल में एक कुर्सी पर पड़ा हुआ पाया गया और उनके सिर से खून बह रहा था। घटना तीन बिस्तरों वाले नीमा अस्पताल में हुई जो इलाके की खड्डा कॉलोनी के एक संकरी गली में स्थित है। अधिकारी ने आगे बताया कि इस संबंध में हुई जांच में करीब 16 साल की उम्र के दोनों लड़कों की संभावित संलिप्तता का खुलासा हुआ, जो रात करीब एक बजे अस्पताल में ‘ड्रेसिंग’ कराने के लिए आए थे।
पहले कराई ड्रेसिंग फिर घटना को दिया अंजाम
अधिकारी ने यह भी बताया कि उनमें से एक के पैर के अंगूठे पर पट्टी बंधी थी और वह एक दिन पहले भी अस्पताल गया था। ड्रेसिंग के बाद दोनों लड़के अख्तर के केबिन में चले गए। कुछ समय बाद रात में नर्सिंग कर्मचारी गजाला परवीन और मोहम्मद कामिल ने गोली चलने की आवाज सुनी। परवीन केबिन की ओर दौड़ीं और अख्तर को खून से लथपथ हालत में कुर्सी पर बैठा पाया।
हत्या करने से पहले की रेकी, निशाना बनाकर हत्या
अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह बिना उकसावे के निशाना बनाकर हत्या किए जाने का मामला प्रतीत होता है और घटना को अंजाम देने के लिए पूर्व में टोह भी ली गई थी। नर्सिंग होम के कर्मचारी आबिद ने बताया कि अख्तर पिछले दो साल से यहां काम कर रहे थे। बुधवार को उनकी ड्यूटी रात आठ बजे शुरू हुई थी। संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण रेंज) एस. के. जैन ने कहा कि यह दो संदिग्धों द्वारा निशाना बनाकर की गई हत्या थी, जिनकी पहचान कर ली गई है।
दुश्मनी के कारण ली जान?
वे ‘ड्रेसिंग’ के लिए कंपाउंडर से मिले और बाद में यूनानी चिकित्सक को उनके केबिन में गोली मार दी। जैन ने कहा, ‘‘हमने छह टीम गठित की हैं और नर्सिंग होम के अंदर और आसपास से सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए हैं।’’ जैन ने यह भी कहा, ‘‘अख्तर रात की शिफ्ट में थे। यह व्यक्तिगत दुश्मनी का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन वास्तविक कारण का पता तभी चलेगा जब दोनों लड़के पकड़े जाएंगे।’’