दिल्ली के यमुनापार स्थित न्यू उस्मानपुर में बेटे को मारने आए अपराधियों ने पिता पर ही गोली चला दी। इस हादसे में 57 वर्षीय सतीश कुमार की मौत हो गई है। पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपी ने मृतक के बेटे सुनील ने कुछ महीने पहले छेड़खानी के आरोप में जेल भिजवाया था। मुख्य आरोपी मोहित ठाकुर इस बात से बहुत नाराज हो गया था। मोहित इसके बाद सुनील के घर के बाहर पहुंचकर जान से मारने की धमकी दे रहा था।

सुनील के पिता ने मोहित को अन्य दोस्तों के साथ देखा तो उसने गोली चला दी। ये गोली सतीश कुमार की कमर में लग गई। गोली की आवाज सुनकर सुनील तुरंत अपने पिता के कमरे में पहुंचा जहां वह घायल अवस्था में पड़े हुए थे। आनन-फानन में सतीश कुमार को अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद बदमाशों की तलाश शुरू की गई।

दिल्ली से सटे लोनी से मोहित ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जब मोहित को पकड़ने के लिए मौके पर पहुंची तो उसने पुलिस बल भी फायरिंग कर दी। मोहित के हमले पर जवाबी कार्रवाई पुलिस कर्मियों द्वारा भी की गई जिसमें मोहित के पैर में गोली लग गई। मोहित के दो साथियों की पहचान अजय डेढ़ा और चंटू के रूप में हुई है। वह मौके से भागने में कामयाब हो गए।

सतीश अपने परिवार समेत न्यू उस्मानपुर के कैथवाड़ा जगजीवन नगर में रहते हैं। वह डीटीसी हेडक्वार्टर के कंट्रोल रूम में टेलीफोन ऑपरेटर की नौकरी करते थे। इस घटना के बाद पूरे परिवार में शोक की लहर है। सुनील ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि आरोपी उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे और दरवाजे पर भी उन्होंने लात मारी थी। सुनील ने डर से दरवाजा नहीं खोला था। जिसके बाद ये घटना हुई।