उत्तरी दिल्ली जिले में जघन्य अपराधों के आरोपी 52 किशोरों में से 11 पर वयस्कों की तरह मुकदमा चलाया जाएगा। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि जिले के निवासियों के लिए सुरक्षित कानून-व्यवस्था का माहौल बनाने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान शुरू किया गया है।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) निधिन वलसन ने कहा, ‘‘विशेष अभियान के तहत 16 से 18 वर्ष की आयु के कुल 52 किशोरों की पहचान जघन्य अपराधों में संलिप्तता के लिए की गई है, जिनमें डकैती, झपटमारी, हत्या, हत्या का प्रयास और ऐसे अन्य अपराध शामिल हैं। इन मामलों की गंभीरता को देखते हुए, उन पर वयस्कों की तरह मुकदमा चलाने के लिए 52 आवेदन प्रस्तुत किए गए थे। हमें 11 आवेदनों के लिए मंजूरी मिल गई।’’
डीसीपी वलसन ने जिले के विभिन्न पुलिस थानों से प्राप्त जानकारी साझा करते हुए बताया कि बवाना पुलिस थाने से आठ आवेदन प्रस्तुत किए हैं, जिनमें से एक पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह, एनआईए पुलिस थाने ने 20 आवेदन प्रस्तुत किए, जिनमें से छह पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाया जाएगा, अलीपुर पुलिस थाने ने चार आवेदन प्रस्तुत किए हैं, जिनमें से एक पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाया जाएगा, समयपुर बादली थाने ने आठ आवेदन प्रस्तुत किए, जिनमें से एक पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाया जाएगा और भलस्वा डेयरी थाने ने 12 आवेदन प्रस्तुत किए हैं, जिनमें से दो पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाया जाएगा।
डीसीपी ने आगे कहा, ‘‘आवेदन बाद में अदालत में प्रस्तुत किए गए, जिसमें अनुरोध किया गया कि इन किशोरों पर उनके कथित अपराधों की गंभीरता को देखते हुए वयस्कों की तरह मुकदमा चलाया जाए। परिणामस्वरूप, इन किशोरों को अब कानून के तहत वयस्क माना जाएगा और वे तदनुसार मुकदमों का सामना करेंगे।’’
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