दिल्ली लूट केस के चारों आरोपियों को पुलिस ने तीन महीने बाद गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, पांच नकाबपोश बदमाशों ने एक व्यवसायी के घर में घुसकर 2 करोड़ रुपये नकद और आभूषण लूट लिए थे। घटना के लगभग तीन महीने बाद दिल्ली पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना 7 मई को अशोक विहार में हुआ था। व्यवसायी अनुज गोयल ने आरोप लगाया था कि पांच आरोपियों ने क्रिकेट बैट से उन पर हमला किया। उनके पिता को बंदूक की नोक पर रखा और परिवार के अन्य सदस्यों को एक कमरे में बंद कर दिया। उनके पास तीन पिस्तौलें थीं और उन्होंने करोड़ों की नकदी और आभूषण लूट लिए।

पुलिस ने बताया कि आरोपी घर से मोबाइल फोन और सीसीटीवी कैमरा भी ले गए। दिल्ली पुलिस ने आगे कहा कि पांच नकाबपोश बदमाशों ने एक व्यवसायी के घर में घुसकर 2 करोड़ रुपये नकद और आभूषण लूट लिए थे। घटना के लगभग तीन महीने बाद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में हुई छापेमारी

जांच के दौरान दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में छापेमारी की गई। विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि पुलिस टीमें महीनों से इस मामले पर काम कर रही थीं लेकिन संदिग्ध लंबे समय तक अज्ञात रहे। लगभग दो सप्ताह पहले हमें एक फ़ुटेज मिला जिससे हमें मदद मिली। हमने इसे स्थानीय मुखबिरों को दिखाया। जिसकी मदद से एक आरोपी की पहचान हो गई।

मामले के आरोपियों में से एक हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र (29) को पिछले हफ्ते रोहिणी के एक मॉल से गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ के बाद पुलिस, उत्तरी दिल्ली के एक घर पहुंची और वहां से एक अन्य आरोपी अजय पाल (28) को पकड़ लिया। पाल के सहयोगियों छुट्टन काल और महिपाल को पिछले सप्ताह उत्तराखंड और यूपी से गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस ने कहा कि मुख्य आरोपी की पहचान मिराज के रूप में हुई है। वह अभी भी फरार है। लूटे गए सामान और रूपये अभी बरामद नहीं हो सके हैं। हम मिराज का पता लगाने के करीब हैं। जब वह गिरफ्तार हो जाएगा तो हम चोरी की गई चीजें बरामद कर सकेंगे। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।