अमेरिका का सबसे रहस्यमयी प्लेन हाईजैकर डीबी कूपर जिसने उड़ते विमान को हाईजैक कर लिया और फिरौती लेकर आसमान से ही गायब हो गया। अमेरिका की खुफिया एजेंसी इस रहस्यमयी हाईजैकर के बारे में आज तक पता नहीं लगा पाई कि आखिर यह कौन था और कहां गायब हो गया। यह घटना साल 1971 की है जब एक डीबी कूपर नाम के शख्स ने बोइंग 727 विमान को हाईजैक कर लिया था।
किसी प्रोफेशनल शख्सियत की शक्ल में डीबी कूपर साल 1971 में एयरपोर्ट पहुंचा। इसके बाद उसने काउंटर पर सिएटल जानी वाली फ्लाइट का टिकट लिया, जहां अपना नाम डैन कूपर बताया। डीबी कूपर ने यह टिकट फर्जी नाम पर बुक किया था। टिकट लेने के बाद कूपर विमान में चढ़ गया और सीधे अपनी सीट पर जा बैठा। वह बोइंग 727 नामक विमान में उड़ान भरने जा रहा था।
विमान उड़ते ही डीबी कूपर ने एक कागज की पर्ची में कुछ लिखकर फ्लाइट अटेंडेंट को दिया। फ्लाइट अटेंडेंट ने वह पर्ची बिना पढ़े ही अपनी जेब में डाल ली और उसने सोचा कोई तन्हा कारोबारी होगा जो अपना नंबर दे रहा होगा। थोड़ी देर बाद कूपर ने पूछा कि क्या आपने मेरी लिखी हुई बात पढ़ी! इस पर अटेंडेंट ने वह पर्ची निकाली और पढ़ते ही उसके चेहरे के भाव बदल गए। इसमें लिखा था कि “मेरे पास बम है।”
कूपर ने उसे सच्चाई दिखाने के लिए अपना बैग खोला तो उसमें सच में बम रखा हुआ था। इसके बाद कूपर ने अपनी मांग व शर्ते बताते हुए कहा कि विमान नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारा जाए और फिर से ईंधन भरा जाए। इसके अलावा करीब दो लाख डॉलर और चार पैराशूट मांगे। कूपर की यह सारी शर्तें पायलट को बताई गईं और पायलट ने हाईजैक और मांग की सूचना सिएटल एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) को दी।
विमान हाईजैक की खबर ने अमेरिका प्रशासन के साथ FBI के भी कान खड़े कर दिए। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए कूपर की सारी मांगों को पूरा कर दिया गया। एफबीआई ने चतुराई दिखाते हुए नोटों के नंबर नोट कर लिए ताकि उसे बाद में आसानी से पकड़ा जा सके। रात के अंधेरे में विमान फिर से उड़ा और कूपर ने कहा कि इसे मैक्सिको की तरफ ले जाया जाए। इधर अमेरिकी एयरफोर्स भी उस विमान का पीछा कर रही थी।
विमान हवा में ही था कि कूपर ने सभी यात्रियों को पायलट रूम में जाने को कहा। साथ ही कहा वह दरवाजा अंदर से बंद कर लें। थोड़ी ही देर में पायलट को लगा कि विमान में हवा का दबाव ज्यादा हो रहा है। विमान के को-पायलट ने जाकर देखा तो विमान का दरवाजा खुला हुआ था और हाईजैकर कूपर गायब था। पायलट ने समझ लिया कि वह दरवाजे से नीचे कूद चुका था। विमान एयरपोर्ट पर उतरा तो छानबीन शुरू हुई लेकिन डीबी कूपर लापता रहा।
कई सालों तक अमेरिकन खुफिया एजेंसी पूरे देश की खाक छानती रही लेकिन डीबी कूपर और उसे दिए गए नोटों का कुछ पता नहीं चला। एफबीआई ने उसका स्केच बनवाया लेकिन आज तक पता नहीं चला कि असल में डीबी कूपर कौन था जो उड़ते प्लेन से ही गायब हो गया। विमान का पीछा कर रहे दो अमरीकी सेना के विमानों ने भी आसमान में कोई पैराशूट उड़ते हुए नहीं देखा।