यूपी के बाराबंकी से दिल को दुखाने वाली एक खबर सामने आई है। यहां 16 साल की दलित रेप पीड़िता ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
दरअसल, पीड़िता को अपना बयान दर्ज कराने के लिए मजिस्ट्रेट के सामने पेश होना था मगर इसके पहले ही वह हैदरगढ़ इलाके में अपने घर पर फंदे से झूलती हुई पाई गई। इस घटना से सभी को हिलाकर रख दिया। पीड़िता के परिजान खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। उनकी बेटी न्याय पाने से पहले ही दुनिया छोड़ गई।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि यह 21 जून को रेप पीड़िता फंदे से लटकती हुई पाई गई। इस मामले के जांच अधिकारी को गुरुवार को मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि हैदरगढ़ पुलिस स्टेशन में 17 जून को दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था और आरोपी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। पीड़िता को अपना बयान दर्ज कराने के लिए मजिस्ट्रेट के सामने पेश होना था लेकिन बुधवार को उसने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच जारी है।
पुलिस की गिरफ्त से भागा रेप का आरोपी
इस मामले में एसपी ने कहा कि आरोपी सोनू को गिरफ्तार करने के बाद देसी पिस्तौल बरामद करने के लिए उसे गुरुवार रात बेहटा गांव ले जाया गया। बरामदगी के दौरान वह हथियार लेकर फरार हो गया। इसके बाद सोनू को मुठभेड़ के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के पास पकड़ा गया। उसके पैर में चोट लगी है। फिलहाल उसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
वहीं पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि हमारी बेटी ने अपनी जान दे दी क्योंकि आरोपी उस पर मामला वापस लेने का दबाव बना रहा था। मामले में पुलिस कार्रवाई को लेकर परिवार के सदस्यों द्वारा लगाए गए आरोपों पर भी गौर किया जा रहा है। फिलहाल इस मामले में जांच अधिकारी योगेन्द्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है।