गुजरात की वडगाम सीट से दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवानी पर अहमदाबाद में एक जनसभा के दौरान हमला किया गया। यह दावा जिग्नेश मेवानी की टीम ने एक ट्वीट के जरिए किया। पोस्ट में लिखा गया है कि हमला एक सार्वजानिक कार्यक्रम में पुलिस की मौजूदगी में हुआ और इसे राज्य के पूर्व गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा के गुंडों द्वारा अंजाम दिया गया।
अहमदाबाद के वस्त्राल इलाके में थी मीटिंग
जिस सार्वजानिक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवानी पर हमले की बात कही जा रही है, उसमें अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष हितेंद्र पिथाड़िया भी मौजूद थे। दावा किया जा रहा है कि जब यह हमला हुआ तो अहमदाबाद के वस्त्राल के नर्मदा अपार्टमेंट में एक मीटिंग चल रही थी। जहां जिग्नेश के साथ कांग्रेस के कई अन्य नेता भी मौजूद थे।
जिग्नेश की सोशल मीडिया टीम ने दी जानकारी
वडगाम विधायक जिग्नेश मेवानी की तरफ से बताया गया कि पुलिस की मौजूदगी में उनपर हमला हुआ है। जबकि मेवानी की सोशल मीडिया टीम की तरफ से एक ट्वीट में लिखा गया कि “जिग्नेश मेवानी पर गुजरात के पूर्व गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा के गुंडे द्वारा अहमदाबाद के वस्त्राल इलाके में पुलिस की मौजूदगी में एक जनसभा में हमला किया गया।
हितेंद्र पिथाड़िया ने साझा की तस्वीरें
इस घटना के संबंध में अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष हितेंद्र पिथाड़िया ने एक ट्वीट में मीटिंग की तस्वीरें साझा की है और उस शख्स की तस्वीर भी पोस्ट की है, जिस पर वे हमला का आरोप लगा रहे हैं। पिथाड़िया ने इस घटना को लेकर कानून व्यवस्था पर भी तंज कसा है।
पिथाड़िया ने खड़े किए कानून-व्यवस्था पर सवाल
हितेंद्र पिथाड़िया ने एक ट्वीट के जरिए दावा किया कि “प्रदीप सिंह जडेजा के गुंडे लाभू देसाई ने जिग्नेश मेवानी पर हमला किया और बैठक को रोकने की कोशिश की गई। उन्होंने आगे दावा किया कि हमला पुलिस की मौजूदगी में किया गया और इसके जरिए उन्होंने गुजरात में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए।”