Midday Meal, Dalit Students: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां सरकारी प्राथमिक स्कूल के कर्मचारियों पर आरोप लगा है कि उनके द्वारा दलित छात्रों को दोपहर के भोजन (मिड-डे- मील) के दौरान अलग बैठने के लिए मजबूर किया जाता है। छात्रों ने जब घर में इसकी शिकायत की तो पैरेंट्स ने पुलिस में लिखित कंप्लेंट दर्ज कराई। बताया जा रहा है कि इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी पुलिस को सौंपा गया है।
क्या है मामला: मंगलवार को मंडी पुलिस में दर्ज शिकायत में प्राथमिक स्कूल के अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है कि दलित छात्रों को दोपहर के भोजन के दौरान अलग बैठने के लिए मजबूर किया जाता है। कुछ छात्रों ने अपने माता-पिता से शिकायत की थी कि उन्हें नौरा गांव के स्कूल में मध्याह्न भोजन परोसे जाने के दौरान अलग लाइनों में बैठने के लिए कहा जाता है। जब माता-पिता आरोप को सत्यापित करने गए, तो उन्होंने इसे सच पाया और उसका वीडियो बना लिया।
मुकदमा दर्ज: मंडी के एसपी गुरदेव चंद शर्मा ने कहा कि शिकायतकर्ता ने मंगलवार को पुलिस को एक वीडियो दिखाकर स्कूल के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इलाके के पुलिस उपाधीक्षक इस मामले की जांच कर रहे हैं।
रोल नंबर से बैठाया: पैरेंट्स ने आरोप लगाया कि शिक्षकों ने पहले तो उनकी शिकायत को नजरअंदाज कर दिया, लेकिन बाद में छात्रों को उनके रोल नंबर के अनुसार बैठने को कहा। घटना का वीडियो सामने आने के बाद बच्चों के माता-पिता द्वारा लिखित शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया। फिलहाल इस घटना से पैरेंट्स में खासा रोष है।