देशभर में इन दिनों बच्चा चोरी के शक में निर्दोष लोगों को पीटे जाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सड़क चलते किसी भी निर्दोष के बारे में महज शक के आधार पर लोग बच्चा चोरी की अफवाह फैला देते हैं फिर उसे पीटना शुरू कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला बिहारशरीफ में भी सामने आया। यहां मंझौली थाना क्षेत्र में रविवार (15 सितंबर) को देर शाम अनाथ आश्रम का संचालन करने वाले एक शख्स की भीड़ ने शक के चलते पिटाई कर दी।
बच्चों के साथ घूमने गए थेः घटनास्थल के नजदीक ही मौजूद पुलिस ने पीड़ित को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट का संचालन करने वाले उत्तम कुमार 10 बच्चों के साथ बोधगया गए थे। रास्ते में एक जगह उनकी गाड़ी रूकी तो वहां मौजूद भीड़ ने उन्हें बच्चा चोर बताकर पीटना शुरू कर दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घटना के दौरान वाहन में कुछ महिलाएं भी थीं।
शक के अजीबोगरीब कारणः हाल ही में गाजियाबाद में अपने पोते को चप्पल दिलाने बाजार ले गई महिला को कुछ लोगों ने बच्चा चोर बताकर अफवाह फैला दी। इसके बाद भीड़ ने उसे घेरकर पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने बमुश्किल बुजुर्ग महिला को भीड़ से छुड़ाकर जान बचाई। बाद में पता चला कि लोगों को सिर्फ इसलिए शक हो गया कि महिला सांवली थी, जबकि पोता गोरा था।
बदला लेने के लिए बना हथियारः लोग आपसी खुन्नस निकालने के लिए भी किसी को बच्चा चोर बताकर सरेआम पिटवा रहे हैं। कानपुर में बीते दिनों दो लोगों की बाइक आपस में टकरा गई थीं, इसके बाद उनमें से एक ने दूसरे को बच्चा चोर बताया और फिर भीड़ ने उसे बुर्का पहनाकर मारा। इस संबंध में कई जागरूकता अभियान भी चल रहे हैं लेकिन इसके बावजूद मामले थमने का नाम नहीं ले रहे।