आईपीएल खिलाड़ी अजीत चंदीला पर एक फल विक्रेता के पुत्र को अंडर-14 किक्रेट टीम में चयन कराने के लिए साढ़े सात लाख रुपये लेने का आरोप लगा है। पीड़ित फल विक्रता ने इस मामले की शिकायत आईजीआरएस पर किया है। इसके आधार पर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

पीड़ित फल व्यापारी मशकूर मोहल्ला कानून गोयान का रहने वाला है। उसने बताया कि उसका बेटा मुनीर फरीदाबाद में क्रिकेट की कोचिंग ले रहा था। उसका फरीदाबाद आना-जाना लगा रहता था। कुछ दिनों पहले ही उसकी मुलाकात फरीदाबाद के बल्लभगढ़ क्षेत्र के सेक्टर 9 गिरौली फरीद नगर निवासी अजीत चंदीला से हुई। अजीत चंदीला ने पीड़ित के बेटे का चयन अंडर -14 भारतीय क्रिकेट टीम में कराने के लिए साढ़े सात लाख रुपये की मांग की। 24 दिसंबर 2018 को चंदीला पीड़ित के घर पहुंचा। जहां पर पीड़ित ने चंदीला को अपने एक जानने वाले के सामने साढ़े सात लाख रुपये दे दिए।

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मार्च 2019 में लिए थे रुपए: अजीत चंदीला ने मुनीर का चयन फरवरी 2019 में कराने की बीत कही थी । लेकिन कई महिनो बाद भी उसका चयन न होने पर पीड़ित ने आरोपी से पैसे की मांग की । इस पर 11 मार्च 2019 को चंदीला ने पीड़ित को सात लाख का चेक और दो माह के अंदर पचास हजार रुपये नकद देने का आश्वासन दिया। पीड़ित द्वारा चेक खाते में जमा करने पर वह बाउंस हो गया। आरोपित काफी समय तक पीड़ित को रकम लौटाने का आश्वासन देकर टरकाता रहा। चार सितंबर 2019 को पीड़ित रकम की मांग करने अजीत चंदीला के घर पहुंचा। वहां आरोपित ने रुपये देने से इन्कार कर पीड़ित को धमकी देकर भगा दिया। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से मामले की शिकायत की। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह के निर्देश पर चंदीला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

पहले भी फिक्सिंग के आरोप: साल 2013 में चंदीला पर आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप लगा था। उस वक्त चंदीला आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते थे। दिल्ली पुलिस ने 16 मई 2013 को श्रीसंत और अंकित चव्हाण के साथ-साथ चंदीला को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था।  बाद में बीसीसीआई ने उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था।