थाईलैंड से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कोविड-19 के इलाज के बाद 6 महीने के बच्चे की गहरी भूरी आंखें अचानक नीली हो गईं। जब बच्चे की मां ने उसकी आंखें देखीं तो हैरान रह गईं और डॉक्टर्स से इस बारे में शिकायत की। इसके बाद डॉक्टर्स ने नोटिस किया तो पाया कि सच में बच्चे की आंखों का रंग बदल गया था। वे भी हैरान रह गए। हालांकि बाद में उन्होंने इलाज में बदलाव किया तो आंखों का रंग ठीक हो गया।

दरअसल, कोविड-19 के इलाज के लिए बच्चे को मेडिसिन दी गईं थीं, जिसके साइड इफेक्ट के कारण उसकी आंखों का रंग बदल गया था। हालांकि यह एक असाधारण मामला था।

इलाज के बाद बच्चे की आंखों का रंग बदला

मेडिकल जर्नल फ्रंटियर्स इन पीडियाट्रिक्स के अनुसार, थाईलैंड में रहने वाला बच्चा बुखार और खांसी से पीड़ित था। जांच में पता चला कि वह कोविड-19 से संक्रमित है। इलाज के लिए उसे तीन दिनों तक फेवीपिरावीर दिया गया। इलाज से उसकी तबीयत में सुधार तो हुआ मगर दवा शुरू करने के 18 घंटे बाद उसकी आंखों का रंग बदल गया। सबसे पहले बच्चे की मां ने उसकी आंखों के रंग में बदलाव देखा। उसकी आंखें गहरे भूरे से नीले रंग में बदल गई थीं।

डॉक्टर ने रंग में बदलाव देखने के बाद बच्चे का इलाज करना बंद कर दिया। दवा बंद करने के पांच दिन बाद बच्चे की आंखों रंग दोबारा भूरा हो गया। जिसके बाद डॉक्टर्स ने राहत की सांस ली वरना उनके लिए मुसीबत खड़ी हो जाती। हालांकि बच्चे के स्किन, नाखून, नाक, और शरीर के अन्य अंगों के रंगों में कोई बदलाव नहीं हुआ था। मामले में डॉक्टर्स का कहना है कि शरीर में बदलाव होने के बाद दवा लेनी बंद कर देनी चाहिए। इससे पहले 2021 में एक शख्स ने फेवीपिरावीर दवा लेने के बाद शिकायत की थी कि उसकी भूरी आंखें नीले रंग में बदल गई थीं।