त्रिपुरा के कांग्रेस विधायक बिराजित सिन्हा को जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी क्षेत्र के एक माफिया ने दी है। धमकी मिलने के बाद विधायक बिराजित सिन्हा ने अपनी जान का खतरा बताया और त्रिपुरा विधानसभा अध्यक्ष विश्व बंधु सेन को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की। अपने लिखे पत्र में सिन्हा ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि उनाकोटी जिले के कुमारघाट तथा कैलाशहर में पेयजल और स्वच्छता विभाग में ‘माफिया राज’ के खिलाफ उनके रुख को लेकर उन्हें धमकियां मिली हैं। विधायक ने बुधवार को भेजे अपने पत्र में लिखा कि उनकी मंशा मुझे जान से मारने की है। वे मुझपर हमला करके मेरी हत्या करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री के पास शिकायत दर्ज कराने के बाद मिली धमकी
अपनी जान के खतरे और होने वाले हमले की गंभीरता को देखते हुए मैं त्रिपुरा विधानसभा से आश्वासन और सुरक्षा की मांग करता हूं। विधायक बिराजित सिन्हा ने मीडिया से बात करते हिए कहा कि हाल ही में पेयजल और स्वच्छता विभाग की 60-70 परियोजनाओं के लिए निविदाएं जारी की गईं। जिनमें से सात परियोजनाएं मेरे विधानसभा क्षेत्र कैलाशहर में हैं।
मामले में विभाग के कार्यकारी अभियंता काम शुरू करने की मंजूरी देने से झिझक रहे थे तो मैंने मुख्यमंत्री माणिक साहा के पास शिकायत दर्ज कराई। कुमारघाट के कार्यकारी अभियंता ने इस दौरान सभी सात परियोजनाओं के कार्यों को रद्द कर दिया।
2003 में भी हुआ था जानलेवा हमला
सिन्हा ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के पास शिकायत करने से क्षेत्र का एक माफिया नाराज हो गया। सिन्हा ने कहा कि उन्होंने सुरक्षा के लिए राज्य के गृह सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को भी पत्र लिखा है। इस दौरान कांग्रेस नेता ने साल 2003 में तिल्लाबाजार में हुए उनपर हमले का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि सक्षम प्राधिकारी मेरी सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएंगे। गौरतलब है कि 2003 में विधायक बिराजित सिन्हा पर हुए हमले में उनके एक सुरक्षाकर्मी की जान चली गई थी।