थाईलैंड में बीते दिनों एक पूर्व पुलिसकर्मी द्वारा चाइल्ड डे-केयर सेंटर पर फायरिंग की गई थी, जिसमें 20 से अधिक बच्चों समेत कुल 36 लोगों की जान चली गई थी। साथ ही हमलावर ने परिवार को खत्म कर खुद भी आत्महत्या कर ली थी। इसी केस से जुड़े एक मामले में थाई अधिकारियों ने रविवार को टूरिस्ट वीजा पर आने के बाद रिपोर्टिंग करने और क्राइम सीन को फिल्माने के मामले में सीएनएन के दो पत्रकारों पर जुर्माना लगाया है। इसके अलावा, उन्हें तुरंत देश छोड़ने के आदेश भी दिए हैं।
CNN टीम ने बिना इजाजत फिल्माया क्राइम सीन
थाई अधिकारियों के मुताबिक, CNN से जुड़े पत्रकार देश में टूरिस्ट वीजा लेकर आए थे लेकिन वह दोनों लोग उस घटनास्थल पर पहुंचे। जहां उन्हें क्राइम सीन पर जाने की इजाजत भी नहीं थी; बावजूद इसके उन्होंने अंदर जाकर पूरा नजारा फिल्माया और अपनी वेबसाइट पर चलाया भी था।
टूरिस्ट वीजा पर रिपोर्टिंग टीम आई थी थाईलैंड
देश की पुलिस के सब चीफ सुरचाते हकपर्ण ने स्थानीय न्यूज एजेंसी से कहा कि पत्रकारों को शायद एक वालंटियर या स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा हाथ हिलाकर अंदर बुलाया गया, जबकि उसे किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने देनी की इजाजत देना अधिकृत नहीं था। सुरचाते हकपर्ण ने कहा कि जब सरकार ने हस्तक्षेप किया तो CNN से जुड़े दोनों पत्रकार टूरिस्ट वीजा पर थाइलैंड आने के बावजूद यहां काम करने को लेकर 133 डॉलर जुर्माना भरने एवं देश छोड़कर जाने को राजी हो गए थे।
थाई रिपोर्टर की तस्वीर से शुरू हुआ हंगामा
अधिकारियों ने घटना की जांच तब शुरू की जब एक थाई रिपोर्टर ने घटनास्थल से बाहर निकल रहे सीएनएन के दो सदस्यों की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की। इस तस्वीर में दिखा कि CNN से जुड़ा एक सदस्य चाइल्ड डे-केयर की दीवार पर चढ़ रहा है, जबकि दूसरी सदस्य बाहर ही खड़ी थी। इस मामले में सीएनएन की रिपोर्टिंग टीम में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक अन्ना कोरेन और ब्रिटिश नागरिक डैनियल हॉज शामिल थे।
सीएनएन ने जारी की थी सफाई
इसी तस्वीर के बाद थाईलैंड में विदेशी संवाददाताओं के क्लब ने भारी आलोचना की थी, जिसके बाद CNN से सफाई पेश की थी। सीएनएन ने ट्वीट किया कि “जब सेंटर से पुलिस ने अपना घेरा (फेंसिंग) हटाया था, तभी टीम ने करीब 15 मिनट तक सेंटर के अंदर फुटेज इकट्ठा की थी और जब वह निकल रहे थे तो पुलिस ने घेरा फिर से लगा दिया था। इसी कारण टीम को दीवार पर चढ़ना पड़ा था।”
जर्नलिस्ट क्लब ने की आलोचना, CNN टीम ने मांगी थी माफी
फॉरेन कोरेसपोंडेंट्स क्लब ऑफ थाइलैंड (एफसीसीटी) ने कहा था कि “वह सीएनएन के कवरेज और क्राइम सीन को फिल्माने के निर्णय से “निराश” है। यह क्राइम रिपोर्टिंग में गैर-पेशेवर होने के साथ पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों का भी गंभीर उल्लंघन था। डे-केयर सेंटर पर हमलावर ने इसी जगह पर 36 लोगों की जान ले ली थी, जिसे प्रशासन ने सील किया था। हालांकि, देश में भारी विरोध के बाद सीएनएन ने उस वीडियो को अपनी वेबसाइट से हटा दिया और संस्थान के साथ दोनों पत्रकारों ने थाईलैंड की जनता और सरकार से माफी भी मांगी है।