चेन्नई में साल 2019 में एक कारोबारी के अपहरण के मामले में सीबी-सीआईडी ​​ने एक पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। इसी मामले में एक डीएसपी और चार अन्य पुलिसकर्मी अभी भी फरार हैं। आरोप हैं कि कुछ पुलिसकर्मियों ने कारोबारी व परिजनों को फार्म हाउस पर बंधक बनाकर संपत्ति ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया था।

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 2019 में रेड हिल्स के एक फार्महाउस में हुई थी। जिसमें आरोप था कि डीएसपी शिवकुमार, इंस्पेक्टर सरवनन ने उसे उसकी मां, मंगेतर और भाई के साथ अवैध हिरासत में ले लिया था। इसका अलावा, आरोपी पुलिस अधिकारियों ने उसे थारुन कृष्ण प्रसाद और श्रीनिवास राव के नाम पर संपत्ति ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया था।

इस मामले में गिरफ्तार हुए आरोपी इंस्पेक्टर की पहचान एम सरवनन के रूप में हुई है। जबकि, फरार आरोपियों की पहचान डीएसपी शिवकुमार, सब इंस्पेक्टर पांडियाराज और तीन कांस्टेबल के रूप में हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, सीबी-सीआईडी ​​इंस्पेक्टर से पूछताछ कर रही है। रेड हिल्स के एक फार्महाउस में हुई इस घटना के बाद राजेश नाम के कारोबारी ने तमिलनाडु के तत्कालीन डीजीपी से संपर्क किया था।

घटना का संज्ञान लेते हुए डीजीपी ने राजेश के आवेदन को सीबी-सीआईडी ​​के पास भेज दिया था, जिसके बाद इस मामले में अपहरण के साथ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। सीबी-सीआईडी ​​इस मामले में धनपाल, सवुकत अली, नंदकुनार और सरवनकुमार समेत छह अन्य लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

पुलिस के मुताबिक, धनपाल ने कथित तौर पर डीएसपी शिवकुमार को छिपने के लिए जगह मुहैया कराने में मदद की। जबकि अन्य तीन अन्य ने आरोपी को गिरफ्तारी से बचाने में मदद की थी। इस मामले में गिरफ्तार होने वाले इंस्पेक्टर एम सरवनन पहले वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हैं। हालांकि, डीएसपी शिवकुमार समेत चार आरोपी अभी भी फरार हैं।