दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने देश के विभिन्न हिस्सों से 5 लोगों को गिरफ्तार किया और एक गिरोह ‘गीक स्क्वाड’ का भंडाफोड़ किया। इस गिरोह ने तकनीकी सहायता के बहाने संयुक्त राज्य अमेरिका (United States) के नागरिकों से 625,000 डॉलर की धोखाधड़ी की थी।

शिकायत करने वाले लोगों ने खो दी जीवन की सारी बचत- दिल्ली पुलिस

विशेष पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) एचजीएस धालीवाल ने कहा कि शिकायत करने वालों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने जीवन की सारी बचत खो दी है। धालीवाल ने कहा, “जांच के दौरान पता चला कि एक आरोपी कोलकाता का है, जबकि अन्य भुवनेश्वर और दिल्ली के हैं।” यह मामला तब सामने आया जब दो अमेरिकी नागरिकों ने भारत में अमेरिकी दूतावास से संपर्क किया और एक गिरोह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जो अमेरिका में वरिष्ठ नागरिकों से पैसे वसूल रहे थे।

तकनीकी सहायता कर्मचारी के रूप में की विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी

दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने खुद को तकनीकी सहायता कर्मचारी के रूप में पेश किया लेकिन बाद में ग्राहकों को बताया कि उनका सारा डेटा हैक कर लिया गया है। सब कुछ खोने का डर दिखाकर आरोपी पीड़ित के खाते से सारा पैसा अपने खाते में ले लेते थे। पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने गूगल सर्च इंजन पर गलत टोल-फ्री नंबर दिखाकर फर्जी गूगल विज्ञापन भी चलाया। पुलिस ने कहा कि इसके अलावा गिरोह विंडोज़ सिस्टम में पॉप-अप भेजता है, जिससे यूजर का ध्यान तुरंत आकर्षित हो जाता है।

दिल्ली, ओडीशा और कोलकाता से गिरफ्तार किए गए कई आरोपी

पुलिस ने आरोपी 31 साल के कुणाल सिंह को महरौली, दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि उसने और उसके स्कूल के सहपाठी सुब्रत दास ने ‘गीक स्क्वाड’ शुरू किया। दास को ओडीशा से गिरफ्तार किया गया था। दास के दोस्त 26 साल के सुमन को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया, जबकि सिंह के सहयोगी गौतम और अमित को दिल्ली के पीतमपुरा और रोहिणी से गिरफ्तार किया गया।

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