सलमान खान की हत्या की साजिश और रेकी करने वाले गैंगस्टर संपत नेहरा को चंडीगढ़ की एक स्थानीय अदालत ने अटेम्प्ट टू मर्डर के मामले में बरी कर दिया। संपत नेहरा पर यह मामला छह साल पहले दर्ज हुआ था, जिसमें हत्या के प्रयास के आरोप थे। इस मामले में नेहरा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश हुआ। फिलहाल नेहरा तिहाड़ जेल में बंद है।

गैंगस्टर संपत नेहरा के खिलाफ खरड़ के गांव खुनी माजरा के संदीप सिंह ने साल 2016 में शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस ने नेहरा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। संदीप ने अपनी शिकायत में कहा कि उसने अप्रैल 2016 में एसजीजीएस कॉलेज से बीए पूरा किया था। इसी से एक साल पहले 2015 में उसके दोस्त जगतार सिंह का संपत नेहरा से झगड़ा हो गया था। इस पर नेहरा ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी।

जगतार सिंह, उस वक्त एसजीजीएस कॉलेज छात्र संघ का अध्यक्ष भी हुआ करता था। संदीप ने बताया कि 30 दिसंबर 2016 को वह अपनी कार से चंडीगढ़ आए हुए थे। जब वह सेक्टर 18 पहुंचे तो उन्होंने देखा कि संपत नेहरा अपने दोस्तों के साथ कार में बैठे हैं। ऐसे में उन्होंने अपनी कार डर के कारण सेक्टर 27 की ओर घुमा ली थी। हालांकि, जैसे ही वह सेक्टर 27-डी के पास पहुंचे तभी नेहरा ने संदीप की गाड़ी के आगे अपनी कार खड़ी कर दी और रास्ता रोक लिया।

इसके बाद हाथ में एक पिस्टल लिए हुए संपत नेहरा और लोहे की छड़ें और लाठियां लेकर उसके अन्य साथी कार से उतरे। इसके बाद, जैसे ही नेहरा ने मुझ पर (संदीप) पर पिस्तौल तानी तो उसके साथियों कार की खिड़की के शीशे तोड़ डाले। संदीप के मुताबिक, फिर नेहरा ने अपनी पिस्टल से उन पर फायर भी किया, लेकिन गोली उनकी कार के पिछले हिस्से में लगी।

इसके बाद वह (संदीप) अपनी कार उल्टी दिशा में भगाकर वहां से निकल गए थे और फिर सेक्टर 26 स्थित ट्रांसपोर्ट एरिया पहुंचने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी। हालांकि, इस मामले में नेहरा के वकील जसबीर सिंह डडवाल ने तर्क दिया कि उसे इस मामले में झूठा फंसाया गया था।

डडवाल ने बताया कि उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता और अन्य गवाहों ने सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष (प्रासिक्यूशन) के केस का समर्थन नहीं किया। सारी दलीलें सुनने के बाद अदालत ने फैसला देते हुए नेहरा को उसके खिलाफ लगे सभी आरोपों से बरी कर दिया। बता दें कि गैंगस्टर संपत नेहरा, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड माने जा रहे लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है।