केरल हाई कोर्ट में उस समय अजीबो गरीब माहौल हो गया जब 31 साल के लड़के ने अपनी कलाई काटकर आत्महत्या का प्रयास किया। यह सब कोर्ट के अंदर जस्टिस अनु शिवरामन और सी जयचंद्रन के सामने हुआ। वे इस मामले की सुनवाई कर रहे थे। दरअसल, लड़के के साथ एक महीने तक रहने वाली प्रेमिका ने कोर्ट में अपना बयान बदल लिया। उसने कहा कि वह लड़के के साथ नहीं बल्कि अपने माता-पिता के साथ रहना चाहती है। लड़की ने कहा कि वह लड़के से प्यार नहीं करती है। वह उसके लिए अपने मन में कुछ महसूस नहीं करती है। वह उसके भाई के समान है। लड़के के साथ उसका भाईचारा वाला रिश्ता है। वह उसके किसी तरह के रोमांटिक रिलेशनशिप में नहीं थी। ना ही वह उसके साथ रहना चाहती है। लड़की ने कहा कि वह उसके साथ सिर्फ इसलिए थी क्योंकि वह उसे धमकी देता था कि अगर वह चली गई तो वह अपनी जान दे देगा।
लड़की के मुंह से इतना कुछ सुनने के बाद लड़क को झटका लगा और उसने अपनी जेब से चाकू निकाल कर अपनी कलाई काट ली। लड़के ने सुसाइड करने की कोशिश की। यह सब कोर्ट के अंदर हो रहा था। दोनों का नाटक देखकर कोर्ट में मौजूद अंदर जस्टिस अनु शिवरामन और सी जयचंद्रन भी हैरान रह गए।
रिपोर्ट के अनुसार, 31 साल के लड़के ने सोमवार को केरल हाईकोर्ट के अंदर सुसाइड करने की कोशिश की। दरअसल, उसके साथ एक महीने तक साथ रहने वाली लड़की ने दावा किया कि वह उसकी प्रेमिका थी मगर अब वह अपने माता-पिता के साथ रहना चाहती है। इतना सुनने के बाद लड़के ने अपनी जेब से चाकू निकाला और अपनी कलाई काट ली। दोनों का नाटक देखकर जस्टिस अनु शिवरामन और सी जयचंद्रन भी हैरान रह गए। लड़के का नाम विष्णु है। वह केरल के त्रिशूर जिले का रहने वाला है।
लड़की लगभग एक महीने से प्रेमी के साथ रह रही थी
जानकारी के अनुसार, विष्णु और 23 साल की लड़की करीब एक महीने से साथ रह रहे थे। दोनों लड़की के पिता द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के सिलसिले में सोमवार को हाई कोर्ट में कोर्ट के सामने पेश हुए। दरअसल, लड़की के पिता ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी को जबरन कैद किया गया है।
सुनवाई के दौरान महिला ने जस्टिस अनु शिवरामन और सी जयचंद्रन की खंडपीठ से कहा कि वह अपने परिवार के साथ जाना चाहती है। बार और बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, उसने अदालत के सामने कहा कि “भाईचारे के स्नेह” के अलावा उसके मन में विष्णु के लिए कोई रोमांटिक एहसास नहीं था।
महिला ने आगे कहा कि वह विष्णु के साथ सिर्फ इसलिए रुकी थी क्योंकि उसने धमकी दी थी कि अगर वह गई तो वह अपनी जान ले लेगा। अदालत में महिला की दलील के अनुसार, विष्णु पहले से ही एक अन्य महिला से शादी कर चुका था और उससे कहा था कि वह अपनी पत्नी से अलग हो चुका है। सुनवाई के बाद विष्णु ने जेब से चाकू निकाला और अपनी कलाई काट ली। कोर्ट में मौजूद पुलिस ने इलाज के लिए उसे पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया।