निलंबित भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए पार्टी को बताया है कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के संविधान का उल्लंघन नहीं किया है। टी राजा सिंह को भाजपा की केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक द्वारा 23 अगस्त को उनकी पैगंबर पर कथित टिप्पणियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
बीते अगस्त को, टी राजा सिंह ने हैदराबाद में आयोजित कॉमेडियन मुन्नवर फारुकी के शो को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में टी राजा सिंह ने पैगंबर के खिलाफ अपनी कथित टिप्पणी के साथ एक नए विवाद को जन्म दिया था। राजा सिंह की टिप्पणियों के बाद हैदराबाद में भारी हंगामा मचा था और भारी विरोध के बाद होने के बाद, भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया।
इसी मामले में हैदराबाद पुलिस ने टी राजा सिंह को तुरंत गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन एक अदालत ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए पुलिस के रिमांड आवेदन को खारिज कर दिया था। इसके बाद, राजा सिंह को 25 अगस्त को फिर से प्रिवेंटिव डिटेंशन एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया और अभी वह जेल में है।
टी राजा सिंह ने पार्टी के कारण बताओ नोटिस पर जवाब दाखिल करते हुए सोमवार को कहा कि राज्य सरकार ने उनके खिलाफ AIMIM के इशारे पर झूठे मामले दर्ज किए थे। टी राजा सिंह ने यह भी कहा कि जब फारूकी को हैदराबाद में एक शो आयोजित करने की अनुमति दी गई तो उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया था।
राजा सिंह ने कहा कि फारुकी पर आरोप थे कि वह अपने शो में हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अश्लील टिप्पणी करता है, जिससे सांप्रदायिक तनाव पैदा हो रहा था। ऐसे में भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में मैंने (टी राजा) राज्य की टीआरएस सरकार से फारूकी के शो के आयोजन को अनुमति न देने की अपील की थी। बावजूद इसके राज्य सरकार ने फारुकी को बुलाया और उसे पुलिस सुरक्षा दी गई।
टी राजा सिंह ने कहा कि मैंने वीडियो में मुनव्वर फारुकी की नकल करते हुए लोगों को समझाने की कोशिश की थी कि फारूकी अपना शो कैसे करते हैं? मैंने अपने वीडियो में न तो किसी धर्म का अपमान किया है और न ही किसी धर्म के देवताओं की आलोचना की है। यहां तक कि मैंने वीडियो में अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल नहीं किया था। साथ ही मैंने अपने वीडियो में किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया… इसलिए, मेरा मानना है कि मैंने भाजपा के संविधान का उल्लंघन नहीं किया है।”