India Lockdown: कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए देश भर में लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन के दौरान किसी को भी बिना वजह घर से निकलने की मनाही है। लॉकडाउन होने के बाद से कई प्रवासी मजदूर घर लौटने के जुगत में लगे हुए हैं। कई मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से उनका व्यवसाय खत्म हो गया है और उनके सामने भूखमरी की समस्या खड़ी हो गई है। इधर हैदराबाद में एक बिहारी मजदूर ने घर में आत्महत्या कर लिया।
जानकारी के मुताबिक 24 साल का यह मजदूर उप्पल के करीब मल्लिकार्जुन नगर में रहता था। पुलिस को आशंका है कि युवक ने शनिवार-रविवार की रात आत्महत्या कर लिया। यह घटना मंगलवार (14 अप्रैल, 2020) को उस वक्त उजागर हुई जब उसके एक रिश्तेदार ने पुलिस को अलर्ट किया।
पुलिस ने बताया कि युवक की पहचान मोहम्मद आमिर के तौर पर हुई है। मोहम्मद आमिर लखीसराय जिले का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि मोहम्मद आमिर तीन महीने पहले हैदराबाद आय़ा था। वो यहां एक ऑटोमोबाइल वर्कशॉप में काम करता था।
मृतक के परिवार वालों का कहना है कि मोहम्मद आमिर घर लौटना चाहता था लेकिन लॉकडाउन की वजह से घर नहीं लौट पा रहा था और काफी परेशान था। गांव नहीं लौट पाने की वजह से ही उसने यह कदम उठाया है।’
इस मामले में पुलिस ने बताया कि युवक की मौत के बाद कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने बताया कि युवक के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। डेडबॉडी का पोस्टमार्टम गांधी अस्पताल में किया गया।
आपको बता दें कि लॉकडाउन के दौरान घऱ लौटने की चाहत में देश के अलग-अलग राज्यों में रहने वाले प्रवासी सड़कों पर निकल रहे हैं। बीते मंगलवार को ही बांद्रा स्टेशन से एक तस्वीर सामने आई थी जिसमें नजर आ रहा था कि हजारों की भीड़ घर जाने के लिए स्टेशन पर जमा हो गई थी।
किसी तरह इन मजदूरों को वहां से हटाया गया था। केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारें लोगों से लगातार अपील कर रही हैं कि वो लॉकडाउन के दौरान घरों से ना निकलें। इससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा और बढ़ गया है।

