बिहार के पूर्णिया जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने अपने परिवार से अनबन के चलते दस अन्य लोगों के साथ मिलकर अपने ही घर में डकैती डाल दी। हालांकि, वह इस लूट में सफल नहीं रहा और ग्रामीणों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। जबकि उसके अधिकतर साथी फरार हो गए।

जानकारी के अनुसार, पूर्णिया के पूरब टोला के ग्रामीणों ने एक घर से चार लाख रुपये का सामान लूटने वाले एक लुटेरे को रंगे हाथ पकड़ लिया। फिर जैसे ही उसके चेहरे से नकाब उतारा गया तो ग्रामीण हैरान रह गए। दरअसल, लुटेरा और कोई नहीं बल्कि घर मालिक का ही बेटा था, जो अपनी ससुराल में रहता था। पूछताछ हुई तो पता चला कि उसने पूरे समूह के साथ अपने ही घर में डाका डाला था।

आरोपी नूर आलम ने किशनगंज जिले की एक लड़की से शादी कर ली थी, जिसके बाद उसके परिवार ने उसे घर से निकाल दिया था। आलम अपने ससुराल के साथ रहता था और लगातार अपने परिवार से संपत्ति का हिस्सा मांगता था। काफी समय तक नूर आलम ने अपने परिवार के सामने इस बात को उठाया कि उसे संपत्ति में हिस्सा दिया जाए, लेकिन परिजनों ने उसकी एक न सुनी।

कई दिनों तक मिन्नत करने के बाद भी जब परिजन नहीं मानें तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर डकैती का प्लान बनाया। आरोपी नूर आलम के लिए इस काम को अंजाम देना भी आसान था, क्योंकि वह घर के चप्पे-चप्पे से वाकिफ था। नूर आलम ने बनाए प्लान के मुताबिक अपने घर में दस अन्य साथियों के साथ डकैती डाल दी। वह घर से चार लाख रुपये की कीमत का सामान चोरी करने में सफल भी रहा लेकिन अंत में वह पकड़ा गया।

लूट की घटना को अंजाम देकर भाग रहे लुटेरों को ग्रामीणों ने उन्हें घेर कर लिया, लेकिन आलम को छोड़कर उनमें से ज्यादातर आरोपी भाग निकले। जब ग्रामीणों ने लुटेरों के सरगना की शक्ल देखी तो उनके होश उड़ गए। हालांकि, इस घटना में नूर आलम और उसके साथियों द्वारा लूटा गया करीब चार लाख का सामान बरामद कर लिया गया है।