दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 28 साल के एक साइंस ग्रेजुएट को गिरफ्तार किया है। जिस पर आरोप है कि वह कथित तौर पर खुद को एक भारतीय सेना का मेजर बताता था और कई लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। इसके अलावा, उसने एक महिला कांस्टेबल के साथ रेप और धोखाधड़ी की कि वह उसके रिश्तेदारों को सेना-पुलिस में नौकरी दिला देगा।

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आरोपी साइंस ग्रेजुएट, फर्जी प्रोफाइल से करता था ठगी

दिल्ली पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी साइंस ग्रेजुएट है और उसने सरकारी नौकरियों के लिए कई एंट्रेंस एग्जाम भी दिए थे लेकिन वह सफल नहीं हो सका था। इसके बाद उसने ऑनलाइन फर्जी प्रोफाइल बनाकर निर्दोष लोगों को ठगा। पुलिस ने कहा, “उसके खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले सहित तीन अन्य मामले दर्ज है।”

CISF कांस्टेबल के साथ रेप और धोखाधड़ी का आरोप

पुलिस के अनुसार, जिस महिला ने आरोपी पर धोखाधड़ी और रेप करने का आरोप लगाया है; वह सीआईएसएफ में तैनात है। आरोपी ने शिकायतकर्ता से उसके भाई और चचेरे भाइयों को सेना और बिहार पुलिस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 28 लाख रुपये की ठगी की। पुलिस ने बताया कि आरोपी और शिकायतकर्ता दोनों एक ऑनलाइन मैट्रिमोनियल पोर्टल पर मिले थे।

आरोपी ने पुलिस को किया था चैलेंज

डीसीपी (क्राइम) राजेश देव ने जानकारी देते हुए कहा कि “जिला अधिकारियों ने एक टीम आरोपी को पकड़ने के लिए बिहार में उसके गांव भेजी थी लेकिन आरोपी ने 30-40 स्थानीय लोगों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। फिर पुलिसकर्मियों को कमरे में बंधक बनाकर मारपीट भी की। इसी दौरान आरोपी ने पुलिस को चुनौती दी थी कि वह उसे गिरफ्तार करके दिखाएं।

कोर्ट ने घोषित किया है भगोड़ा

डीसीपी (क्राइम) देव ने आगे कहा कि “हमने जांच के दौरान पाया कि आरोपी महिला को अश्लील तस्वीरों के बल पर ब्लैकमेल कर रहा था।” आरोपी के खिलाफ दिल्ली और बिहार में कई मामले दर्ज किए गए थे और कोर्ट ने उसे भगोड़ा अपराधी भी घोषित कर दिया था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपी को पकड़ने के लिए कई छापेमारी भी की गई थी, क्योंकि वह लगातार ठिकाने बदल रहा था।

झारखंड में भी किया पुलिस टीम पर हमला

डीसीपी के मुताबिक, 1 सितंबर को क्राइम ब्रांच ने पाया कि आरोपी झारखंड के हजारी बाग में रह रहा है, ऐसे में हमने एक टीम उसे दबोचने भेजी। हालांकि, एक बार फिर से आरोपी ने वही तरीका अपनाया और गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने परिचितों में से 20-30 लोगों को बुलाया और उन्होंने पुलिस टीम पर हमला कर उन्हें बंधक बनाने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस टीम को स्थानीय पुलिस से मदद मिली और उसे दबोच लिया गया।