बिहार पुलिस के ASI पर दबंगई करने का आरोप लगा है। आरोप है कि मधुबनी में दारोगा ने 3 लैब टेक्नीशियनों को इसलिए पीट दिया क्योंकि उन्होंने उनका कोरोना सैंपल लेने में देरी कर दी। यह मामला मधुबनी जिले का है। इस मामले में लैब के टेक्नीशियनों ने उच्च अधिकारियों तक अपनी शिकायत पहुंचाई है और कार्रवाई की मांग की है।
इस पूरे मामले पर राष्ट्रीय जनता दल ने राज्य की सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी की मधुबनी इकाई ने अपने आधिकारी ट्विटर हैंडल से राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा कि ‘सब के सब बिहार में खुले सांड़ जैसे हो गए हैं। सब अपनी मनमर्जी में हैं। सूबे के गृह मंत्रालय को संभालने वाले @NitishKumar बताएं कि वो कहाँ हैं? क्या इनसब की मॉनिटरिंग हो रही है या अब तक “वल्चर रैली” से फ़ुर्सत ही नहीं मिली है।’
घटना के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नगर थाने में पदस्थापित पुलिसकर्मी सुनील कुमार सिंह बीते 13 अगस्त की सुबह कोविड सेंटर पहुंचे थे। सुनील कुमार सिंह अपना कोविड-19 जांच कराने के लिए यहां आए थे। लैब में एएसआई सुनील कुमार का सैंपल लेने में करीब 3 घंटे की देरी हो गई। आरोप है कि इस बात से सुनील कुमार बेहद नाराज हो गए। नाराज ASI ने इसके बाद लैब के टेक्नीशियनों सुमंत कुमार, राजेश कुमार और नीतीश कुमार को धमकी देते हुए कहा कि ‘काम करना है तो जैसा बोलता हूं वैसा करो…वरना तुम लोगों को मार कर फेंक देंगे और काम बंद करा देंगे।’
लैब में काम करने वाले कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि एएसआई ने उन्हें गालियां दीं उनके साथ मारपीट की और उनका गला दबाने की कोशिश भी की। इस मारपीट में सुमंत कुमार बेहोश गए। अब इन तीनों लैब कर्मचारियों ने यहां के सीनियर एसपी, एएसपी और मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को खत लिखकर अपनी शिकायत भी दर्ज कराई है। इन लोगों ने पुलिसकर्मी सुनील कुमार सिंह पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट करने और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
यह मामला उजागर आने के बाद यहां के एसपी डॉक्टर सत्य प्रकाश ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद नगर थानाध्यक्ष को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने पर कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
वहीं इस पूरे मामले पर एएसआई सुनील कुमार सिंह ने अपनी सफाई भी दी है। उनका साफ कहना है कि उन्होंने लैब टेक्नीशियनों के साथ कोई मारपीट नहीं की है। उन्होंने लैब कर्मचारियों पर मनगढ़ंत आरोप लगने का इल्जाम लगाया है।

