बिहार के सीवान जिले में मंगलवार, 6 सितंबर को कुछ बदमाशों ने एक पुलिस कांस्टेबल की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना रात के समय की है जिसमें सीवान के ग्यासपुर से चार पुलिसकर्मियों की टीम शराब तस्करों पर रेड करके लौट रही थी। बताया जा रहा है इस घटना में एक गांव के व्यक्ति को भी गोली लगी है, जिसका इलाज सेवान के अस्पताल में जारी है। वहीं, मृतक कांस्टेबल की हत्या के बाद पूरे पुलिस महकमें में गुस्सा है और संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की बात कही जा रही है।
रेड मारने के बाद लौट रही थी पुलिस
मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार के सीवान जिले में सिसवन थाने से चार पुलिसवालों की टीम शराब तस्करों पर रेड मारने के बाद लौट रही थी। पुलिसवाले सिविल ड्रेस में थे। रेड मारकर लौट रही पुलिस टीम ने देखा कि 3-4 संदिग्ध एक मोड़ पर बैठे हैं। जब टीम ने उनसे उनके घर के बारे में पूछा और सवाल किया कि वे वहां क्या कर रहे हैं तो सभी भागने लगे।
कांस्टेबल को दो बार मारी गई गोली
पुलिसवालों ने उन सभी का पीछा करना शुरू किया तो बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में एक कांस्टेबल को गोली लगी, जिसकी मौत हो गई। स्टेशन अधिकारी राजेश कुमार के अनुसार, “कांस्टेबल की पहचान वाल्मीकि कुमार के रूप में हुई है। वाल्मीकि को बदमाशों द्वारा दो बार गोली मारी गई थी।”
फायरिंग में ग्रामीण को भी लगी गोली
पुलिस के मुताबिक, वाल्मीकि कुमार को घटना के बाद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। वाल्मीकि पटना जिले के मसौढ़ी के रहने वाले थे। जबकि फायरिंग में घायल हुए व्यक्ति की पहचान ग्यासपुर गांव के सेराजुद्दीन खान के तौर पर हुई है। सेराजुद्दीन खान का इलाज सीवान सदर अस्पताल में चल रहा है। वहीं, घटना के बाद पूरे जिले में नाकाबंदी कर अपराधियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस अधिकारी कह रहे जांच के बाद कार्रवाई की बात
बताया गया है कि कांस्टेबल वाल्मीकि कुमार को सीने और पेट में गोलियां लगी थी। कांस्टेबल की हत्या के बाद पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है। अधिकारियों का मानना है कि जब पुलिसकर्मियों को रेड करने और गश्ती पर जाना था तो थानाध्यक्ष को उनके साथ कुछ और पुलिसकर्मियों को भेजना चाहिए था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने भी घटना में जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।