बिहार के आरा से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां चार साल से मृत समझी जा रही महिला जिंदा मिली है। महिला को चार साल पहले दहेज हत्या के मामले में मृत घोषित कर दिया गया था। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने महिला के पति और ससुर को जेल भेज दिया था।

चार साल सजा काटने के बाद वो फिलहाल जमानत पर बाहर आए थे। इसी क्रम में जब उनको पता चला कि महिला जीवित है तो वो चौंक गए और पुलिस को सूचना दी।

आज तक की रिपोर्ट के अनुसार उक्त महिला की शादी पहले बहुआरा छपरा में हुई थी। लेकिन पति मारपीट करता था। इस कारण वो परेशान होकर वापस मायके आ गई। हालांकि, यहां भी उसे चैन नहीं मिला। महिला ने आरोप लगाया कि उसके पिता उसके साथ गलत संबंध बनाने की कोशिश करते थे।

पिता की हरकतों से तंज आकर उसने आत्महत्या करने की सोची और आरा भाग गई। हालांकि यहां एक व्यक्ति ने उसकी जान बचाई और बाद में दोनों ने शादी कर ली।

इधर, महिला के पिता ने 2020 बेटी के गुमशुदगी और दहेज हत्या का मामला थाने में दर्ज कराया। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। इसी बीच सोन नदी के पास एक सड़ी गली लाश मिली, जिसकी पिता ने अपनी बेटी के रूप में पहचान की। ऐसे में पूरे मामले में पति और ससुर को आरोपी मानते हुए पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया। तब से वे जेल में बंद थे। इसी बीच पुलिस ने महिला आरा के ही मीरगंज से बरामद किया। महिला ने दूसरी शादी कर ली थी, उसके दो बच्चे भी हैं।

महिला ने पूरे मामले में कहा कि पहला पति मारता-पीटता था इसलिए उसे छोड़कर मायके आ गई। यहां दो महीने बाद मेरी मां मर गई, जिसके बाद पिता ने मेरे साथ गलत संबंध बनाना चाहा तो मैं बस से आरा आ गई और आत्महत्या करने की सोची। तभी एक शख्स ने आकर मुझे बचाया और अपने घर ले गया। बाद में हमने मंदिर में शादी कर ली।

महिला ने आरोप लगाया कि उसके पिता ने जानबूझकर उसके पहले पति और ससुराल वालों को हत्या के मामले में फंसाया है। उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं थी।

इस पूरे मामले में एएसपी केके सिंह ने बताया कि चौरी थाने से जुड़ा एक मामला प्रकाश में आया है। पूरे मामले में कोर्ट के आदेश पर आगे की कार्रवाई होगी। महिला के पिता पर भी कार्रवाई की जाएगी। जैसे तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।