मध्य प्रदेश के भोपाल में धोखाधड़ी एवं ठगी करने के आरोप में एक कैथोलिक धर्मगुरू को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को 15 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। मामले में मध्य प्रदेश आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) के निरीक्षक हरि ओम दीक्षित ने गुरुवार (12 दिसंबर) को बताया, ‘हमने फादर आनंद मुटुंगल को धोखाधड़ी एवं ठगी के आरोप में बुधवार (11 दिसंबर) को गिरफ्तार किया और उसी दिन भोपाल की एक अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 26 दिसंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।’ उन्होंने यह भी कहा कि आनंद मुटुंगल मध्य प्रदेश कैथोलिक चर्च के जनसंपर्क अधिकारी एवं प्रवक्ता रह चुके हैं।
प्लॉट दिलाने का दिया था झांसाः मामले में दीक्षित ने बताया कि जी जोन सहित 200 लोगों ने अक्टूबर 2017 में ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज की थी। शिकायत दर्ज करने के साथ उन पर यह भी आरोप लगाया था कि मुटुंगल एवं अन्य लोगों ने भोपाल के बाहरी इलाके में उन्हें आवासी प्लॉट दिलाने का झांसा दिया था। इसके बाद उनसे पैसे ले लिए, लेकिन उन्हें प्लॉट नहीं दिया गया। इसको लेकर लोगों ने शिकायत की थी।
इसी साल मामला हुआ था दर्जः इस पर दीक्षित ने कहा कि इन शिकायतों पर विस्तृत जांच की गई है। हमने इस साल 17 अक्टूबर को मुख्य आरोपी मुटुंगल सहित आठ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी एवं ठगी का मामला भी दर्ज किया था। इसके बाद अब जाकर आरोपी की गिरफ्तारी हुई है।
अन्य घटनाः ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें अदालत ने कार खरीदने के दौरान बीमा संबंधी दस्तावेजों में धोखाधड़ी करने के आरोप में एक युवक को पांच साल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने आरोपी मिहिर मगरैया को पांच साल की कैद के साथ 20 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है।

