आग में झुलसने से घायल बेंगलुरु के एक पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत हो गयी। पुलिस ने कहा कि बेंगलुरु में मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात पुलिस कांस्टेबल की गुरुवार को मौत हो गई। आरोप है कि शख्स की प्रेमिका ने उसे आग लगा दी थी।

पुलिस ने मृतक की पहचान त्यागराजनगर निवासी 30 वर्षीय आर संजय के रूप में की जो चन्नरायपटना का रहने वाला था। वहीं, आरोपी की पहचान जेपी नगर के अष्टलक्ष्मी लेआउट की रहने वाली 35 वर्षीय रानी के रूप में हुई, जो मांड्या जिले की रहने वाली थी। रानी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। संजय बसवनगुडी पुलिस स्टेशन से जुड़ा हुआ था, वहीं रानी को 2020 और 2021 में होम गार्ड के रूप में वहां तैनात किया गया था। बाद में वह बेलंदूर में एक सुरक्षा गार्ड के रूप में एक निजी सुरक्षा एजेंसी में काम करने लगी थी।

संजय का रानी के साथ अफेयर था

पुलिस के मुताबिक, संजय का रानी के साथ अफेयर था। रानी पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। बसवनगुडी पुलिस स्टेशन में काम करने के दौरान 2020 में उनकी एक-दूसरे से दोस्ती हुई और नौकरी बदलने के बाद भी यह रिश्ता जारी रहा। पुलिस ने कहा कि रानी संजय के किराए के घर में आती थी और जब उसका पति बाहर होता था तो वह उससे मिलने आता था।

पुलिस के अनुसार, 6 दिसंबर को संजय अपनी सुबह की शिफ्ट खत्म करने के बाद अपने घर पर था जब जब रानी ने उसे फोन किया और शाम 6 बजे के आसपास अपने घर आने के लिए कहा। जब वे साथ थे, तो उसे किसी अन्य व्यक्ति का फोन आया। जब संजय ने उनसे इस बारे में सवाल किया तो रानी ने कहा कि वह एक दोस्त हैं। पुलिस ने कहा कि संजय ने जबरन उसका फोन ले लिया और कॉल करने वाले के डिटेल्स और मैसेज की जांच की और पाया कि रानी ने कुछ अंतरंग मैसेज किसी अन्य व्यक्ति के साथ साझा किए थे।

पेट्रोल डालकर लगा दी आग

दोनों के बीच तीखी बहस हुई और संजय के पुलिस को दिए बयान के अनुसार रानी ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की धमकी दी। संजय ने पुलिस को बताया कि इसे एक चुनौती के रूप में लेते हुए उन्होंने पेट्रोल खरीदा और उसे वही करने की चुनौती दी जो उसने धमकी दी थी। संजय ने पुलिस को बताया कि रानी ने पेट्रोल से भरी बोतल ली, उसके पेट और पीठ पर डाल दी और माचिस की तीली से आग लगा दी। जिसके बाद रानी ने आग बुझाई और बाद में संजय को अपने दोपहिया वाहन पर विक्टोरिया अस्पताल के बर्न वार्ड में स्थानांतरित कर दिया। डॉक्टरों ने वीवी पुरम पुलिस को सतर्क कर दिया।

7 दिसंबर को संजय ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि खराब एलपीजी गैस स्टोव के कारण वह जल गया। हालांकि, 19 दिसंबर को अपने बयान को बदलते हुए इस घटना के लिए रानी को दोषी ठहराया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि रानी ने दावा किया है कि उसने संजय को आग नहीं लगाई बल्कि उसने खुद पर पेट्रोल डाला और आग लगा ली। उसने पुलिस को बताया कि उसने ही पानी डालकर आग बुझाई और उसे अस्पताल पहुंचाया। एक अधिकारी ने बताया कि जब यह घटना हुई तब रानी के पति सबरीमाला गए थे।