Basti Fake Doctor News: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला अस्पताल में लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जब मरीजों के अटेंडेंट ने एक फर्जी डॉक्टर को इमरजेंसी वार्ड में मरीज़ों का इलाज करते हुए पकड़ लिया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, मरीजों के परिजन ने बताया कि राज कुमार नाम का एक शख्स डॉक्टर की तरह कपड़े पहने, मास्क और स्टेथोस्कोप लगाए वार्ड में दाखिल हुआ।

इस तरह सामने आई डॉक्टर की सच्चाई

खुद को एक वरिष्ठ डॉक्टर बताते हुए, उसने क्रिटिकल मरीजों सहित अन्य मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया। हालांकि, शक तब पैदा हुआ जब एक गंभीर रूप से बीमार मरीज के परिवार ने उससे दवाएं लिखने को कहा। जवाब देने के बजाय, उसने कहा कि वह “वार्डन से पूछकर बताएगा”, जिससे उसकी विश्वसनीयता पर शक पैदा हो गया।

जिस जवान को टोल बूथ में बांधकर मारा, वह ऑपरेशन सिंदूर में था शामिल, NHAI ने लिया बड़ा एक्शन, ठोका 20 लाख का जुर्माना और लाइसेंस कर दिया कैंसिल

जल्द ही, रिश्तेदारों ने उससे पूछताछ की और पुष्टि की कि वह एक फर्जी डॉक्टर है। ऐसे में उसे लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना तब सामने आई जब एक शख्स अपनी पत्नी को गंभीर हालत में अस्पताल लेकर आया। परिवार ने आरोप लगाया कि लगभग दो घंटे तक उसका इलाज नहीं किया गया और बाद में उसकी मौत हो गई।

Rajasthan Blue Drum Case: मकान मालकिन से ड्रम मांगकर ले गई थी सुनीता, डेढ़ महीने पहले मिले ‘यार’ के लिए पति की कर दी हत्या, चौंका रही हत्याकांड की Inside Story

इस दौरान, फर्जी डॉक्टर इमरजेंसी वार्ड में मेडिकल स्टाफ बनकर घूमता पाया गया। जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ. खालिद रिजवान ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “सूचना मिली थी कि एक अज्ञात व्यक्ति डॉक्टर बनकर वार्ड में मौजूद था। लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। लिखित शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।”

मरीज की हालत पहले से ही थी गंभीर

रिपोर्ट के मुताबिक लापरवाही के आरोप पर डॉ. रिजवान ने स्पष्ट किया कि मृतक मरीज की हालत पहले से ही गंभीर थी। उन्होंने कहा, “उसे सांस लेने में तकलीफ थी और उसका ऑक्सीजन स्तर गंभीर रूप से गिर गया था। उसे उचित उपचार दिया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उसकी मौत हो गई।”