Crime Against Women: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में इज्जतनगर थाना क्षेत्र में एक घरेलू अपराध का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में झूठ बोलकर एक महिला की नपुंसक युवक से शादी कराने, बात खुलने पर जेठ की ओर से साथ सोने का दबाव बनाने, मायके जाने की बात कहने पर पति, जेठ-जेठानी और ससुर की ओर से जबरन ससुराल में कैद करने की शिकायतें की गई हैं।

पति, जेठ, जेठानी, ससुर और शादी करवाने वाले बिचौलिए को बनाया नामजद आरोपी

पुलिस के मुताबिक, पीड़ित महिला ने नपुंसक पति को तलाक दे दिया है। एडीजी के आदेश पर महिला की ओर से इज्जतनगर थाना में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में पांच लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। इसमें महिला का पति, जेठ, जेठानी, ससुर और शादी करवाने वाले बिचौलिए का नाम शामिल है। इस मामले में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

बिचौलिए की मदद से दिसंबर, 2018 में हुई थी शादी, महिला के परिवार का 25 लाख से ज्यादा खर्च

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बरेली के इज्जतनगर की रहने वाली महिला ने पुलिस को दी लिखित शिकायत में आरोप लगाया है कि सीबीगंज के रहने वाले बिचौलिया की मदद से दिसंबर, 2018 में तेलंगाना के हैदराबाद में उसकी शादी करवाई गई थी। शादी में महिला के परिवार ने 25 लाख से ज्यादा रुपए खर्च किए थे। शादी के बाद महिला को पति के नपुंसक होने का पता चला तो उसने इलाज करवाने कहा। महिला यह जानकर सदमे में आ गई कि ससुराल में सबको इसका पता था और उन लोगों ने दहेज के लालच में झूठ बोलकर शादी करवाई थी।

बदनामी के डर से अपना इलाज नहीं करवाना चाहता था पति, साथ सोने का दबाव बनाता था जेठ

एफआईआर के मुताबिक, नपुंसक पति को इलाज करवाने के लिए कहने और ससुराल वालों के रवैए का विरोध करने पर महिला के साथ जेठ गंदी हरकते करने लगा था। वह महिला से अपने साथ सोने और रहने के लिए दबाव बनाता था। मामला पुलिस में पहुंचने पर पति को इलाज करवाने का निर्देश दिया गया तो वह बदनामी की बात कहकर इसे टालता रहा। डॉक्टर के पास जाने को उसने रस्मअदायगी की तरह लिया। महिला और उसके परिवार ने बिचौलिए से बात की तो उसने पल्ला झाड़ लिया।

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महिला के मायके जाने की बात कहने पर ससुराल में उसे कमरे में कैद कर लिया गया। दो साल बाद 24 दिसंबर 2020 को किसी तरह जान बचाकर और वहां से भागकर मायके पहुंची महिला ने फैमिली कोर्ट में केस करके एक तरफा तलाक ले लिया। शिकायत के बाद एडीजी ने इस मामले में पांचों आरोपियों के खिलाफ इज्जतनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया था।