Y Security Details: महाराष्ट्र के कद्दावर नेताओं में गिने जाने वाले बाबा सिद्दीकी की अपराधियों ने शनिवार की रात गोली मारकर हत्या कर दी। रूमाल से अपना मुंह ढककर आए अपराधियों ने बेटे के साथ बांद्रा स्थित अपने दफ्तर से निकले नेता पर 6 राउंड फायरिंग की। छह में से तीन गोली उन्हें लगी और वो जमीन पर गिर गए। अस्पताल ले जाने के क्रम में उन्होंने दम तोड़ दिया।
एनसीपी अजित पवार गुट के नेता को 15 दिन पहले जान से मारने की धमकी मिली थी। यही कारण था कि उनकी सुरक्षा बढ़ाते हुए उन्हें Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई थी। हालांकि, Y कैटेगरी की सुरक्षा के बावजूद नेता की हत्या ने कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि Y कैटेगरी की सुरक्षा क्या होती है, किसे दी जाती है और इसमें सरकार को कितना खर्च आता है।
बता दें कि भारत में प्रोमिनेंट लोगों और अधिकारियों को उनके सामने आने वाले संभावित खतरों के स्तर के आधार पर सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। खुफिया एजेंसियों की ओर से काफी एनालिसिस के बाद किसे किस स्तर की सुरक्षा देनी है इसका फैसला किया जाता है।
पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सिक्योरिटी कैटेरगी (आरोही क्रम में) एक्स, वाई, वाई-प्लस, जेड, जेड-प्लस और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) हैं।
Y श्रेणी की सुरक्षा में 08 कर्मियों की टीम सुरक्षा प्रदान करती है, जिसमें 1 या 2 कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं। इसमें दो पीएसओ भी शामिल हैं, जो निजी सुरक्षा गार्ड होते हैं। इन सभी की ड्यूटी दो शिफ्ट में विभाजित होती है, जो लगभग 6 से 8 घंटे की होती है। इसमें एक से दो सरकारी वाहनों का भी प्रयोग होता है।
Y सिक्योरिटी सुरक्षा का चौथा स्तर है जिसके लिए केंद्र सरकार अपनी जेब से भुगतान करती है। इसमें करीब 12 लाख रुपये हर महीने खर्च होता है। ये खर्च सुरक्षा में लगे सीआरपीएफ कमांडो के वेतन देने, भोजन कराने व यात्रा और आवास का किराया उठाने के लिए किया जाता है।
हत्या की धमकी मिलने के बाद बाबा को Y कैटेगरी की सुरक्षा मिली थी, लेकिन अपराधियों ने बड़े शातिर तरीके से सुरक्षा को भेद कर नेता को मौत के घाट उतार दिया। फिलहाल घटना में शामिल तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस ने कर ली है। वहीं, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। आगे की कार्रवाई जारी है।