आजमगढ़ छात्रा सुसाइड केस को लेकर प्रदेश के लोगों में रोष है। आरोपी प्रिंसिपल और टीचर के समर्थन में मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूल बंद थे। जानकारी के अनुसार, प्रिंसिपल का नाम सोनम मिश्रा और टीचर का नाम अभिषेक राय है। गौरतलब है कि आजमगढ़ गर्ल्स कॉलेज की 17 साल की छात्रा ने 31 जुलाई को स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी थी। इसके बाद परिजनों ने स्कूल के प्रिंसिपल और क्लास टीचर पर छात्रा को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार जेल भेजा गया था। हालांकि दोनों को जमानत मिल गई और वे रिहा होकर जेल से बाहर आ गए। इसके बाद छात्रा की मां ने रोते हुए कहा कि उन्हें अब सिर्फ सीएम योगी से ही न्याय की उम्मीद है।
छात्रा की मां का कहना है कि उनकी बेटी के बारे में अनाप-शनाप बातें की जा रही हैं। उसे बदनाम किया जा रहा है। वे अपनी आंखों में आंसू लिए न्याय की मांग कर रही हैं। रिपोर्ट आई थी कि क्लास में चेकिंग के दौरान छात्रा के बैग से मोबाइल मिला था। छात्रा की मां मीडिया के सामने रोने लगीं। वही पिता का चेहरा उतरा हुआ था। मां ने कहा कि एक तो हमने अपनी बेटी खो दी ऊपर से उस पर तरह-तरह के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। हम योगी सरकार ने न्याय के लिए गुहार लगाएंगे। हमें सिर्फ उनपर ही भरोस है। हमें कुछ नहीं चाहिए, हमें सिर्फ इंसाफ चाहिए।
माता-पिता को सूचना दिए बिना ले गए अस्पताल
इस मामले में यह बात सामने आ रही है कि छात्रा के माता-पिता को सूचना दिए बिना इलाज के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया। छात्रा की मां ने आरोप लगाया कि इस मामले में पुलिस सही से जांच नहीं कर रही है। उनका कहना है कि पुलिस ने खुद ही केस खत्म कर दिया। आरोपियों को कोर्ट तक पहुंचने ही नहीं दिया गया। अगर हमें न्याय नहीं दे सकते हो तो हमें मार दो।
जानिए क्या है पूरा मामला
घटना सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंशपुर स्थित चिल्ड्रंस गर्ल्स कॉलेज में 17 साल की छात्रा ने 31 जुलाई को छत से कूदकर अपनी जान दे दी। घटना के बाद छात्रा के पिता एसपी ऑफिस पहुंचे और बताया कि उनकी बेटी के साथ गलत व्यवहार हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ लगातार उत्पीड़न हुआ है। उसे प्रताड़ित किया गया। इसके बाद एसपी ने मामले में कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस ने एक्शन लेते हुए आरोपी प्रिंसिपल और टीचर को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि दोनों जमानत पर जेल से बाहर आ गए।
प्रिंसिपल और टीचर के समर्थन में उतरे अन्य शिक्षक और छात्र
कॉलेज परिसर में अन्य शिक्षक और छात्र आरोपी प्रिंसिपल और टीचर के समर्थन में उतर आए। उन्होंने उनका बचाव किया। इतना ही नहीं अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश ने सभी निजी स्कूलों को 8 अगस्त यानी मंगलवार को बंद करने का ऐलान कर दिया था। एसोसिएशन ने कहा है कि बिना जांच किए गिरफ्तारी सही नहीं हैं।
क्या छात्रा को प्रताड़ित किया गया
जांच के समय लड़की के बैग से मोबाइल हुआ था। इसी मामले को लेकर उसे प्रिंसिपल के ऑफिस में बुलाया गया। आरोप है कि मोबाइल मिलने की बात को लेकर उसे प्रताड़ित किया गया। उसे डांट लगाई गई। उसे प्रिंसिपल के रूम में बुलाया गया। सीसीटीवी फुटेज में वह प्रिंसिपल ऑफिस में जाते और आते हुए दिख रही है। प्रिंसिपल के रूम से आने के बाद वह काफी देर तक बाहर खड़ी रही। इसके बाद वह तीसरी मंजिल से कूद गई।
सहेली ने क्या बताया
मृतक छात्रा की सहेली ने नाम छिपाने की शर्त पर खुलास किया है कि 31 जुलाई घटना वाले दिन वह नॉर्मल थी। उसे अचानक 5वीं घंटी में ह प्राचार्य कक्ष में बुलाया गया। इसके बाद 7वीं घंटी में अचानक पूरे स्कूल में शोर होने लगा। हमें समझ नहीं आ रहा था कि अचानक शोर क्यों हो रहा है? कुछ लड़कियां बंदर के कारण किसी छात्रा के छत से गिरने की बात कर रही थीं। स्कूल में फौरन छुट्टी कर दी गई। जबकि नॉर्मल छुट्टी का समय दोपहर 2:30 बजे है। उस दिन दो बजे की छुट्टी कर दी गई। सभी छात्राएं स्कूल से बाहर आ गईं।
वह पढ़ने में अच्छी थी
सहेली ने बताया कि मृतक छात्रा को पहली बार 28 जुलाई को बुलाया गया था। वह पढ़ने में अच्छी थी। जब वह लौटकर कक्षा में आई तो परेशान लग रही थी। उसने टीचर से कहा था कि उसकी रेपुटेशन कैसे वापस आएगी। इसके बाद 31 जुलाई को उसे दोबारा बुलाया गया। वह फिर से प्रिंसिपल के रूम में गई थी। शायद वह यह सब बर्दाश्त नहीं कर पाई और खौफनाक कदम उठा लिया। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।