आजमगढ़ जिले के मेहनाजपुर क्षेत्र में रविवार ( 6 अक्टूबर) को मां-बेटी की हत्या की घटना सामने आई। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि दुबई में काम करने वाले निसार अहमद की पत्नी नूर उन निसा (40) अपनी तीन बेटियों और दो बेटों के साथ मेहनाजपुर थाना क्षेत्र के भाखा गांव में रहती थी। कुछ समय पूर्व वह अपने बच्चों को लेकर परिवार से अलग हो गई थी। शनिवार (5 अक्टूबर) की रात सभी भोजन कर सोए थे। रात में किसी वक्त वह और उसकी 18 वर्षीय बेटी गजाला लापता हो गई क्योंकि वे परिवार से अलग रह रही थी इसलिए किसी को इस बारे में पता नहीं चला।
तलाश शुरू की तो गायब होने की सूचना मिलाः उन्होंने बताया कि सुबह जब उसके बाकी बच्चों ने मां और बहन की तलाश शुरू की तो लोगों को उनके गायब होने की सूचना मिली। इसके बाद दोनों की तलाश शुरू हुई। रविवार की पूर्वाह्न करीब 11 बजे नूर उन निसा का शव घर के पास धान के खेत में पाया गया। शव मिलने की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
National Hindi News, 7 October 2019 Top Headlines LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जाने से रोकाः दूसरी तरफ गजाला का शव कुछ देरी बाद ही आजमगढ़ की सीमा से सटे गाजीपुर जनपद के शादात थाना क्षेत्र के मलौर गांव में मिल गया। घटना की जानकारी होने पर गाजीपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई। लालगंज सीओ अजय कुमार यादव और गाजीपुर के सीओ रामबहादुर सिंह ने भी मृत मां-बेटी के घर में तलाशी ली और बच्चों से पूछताछ के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजना चाहा लेकिन तभी मृतका के मायके वाले वहां पहुंच गए और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने से रोक दिया।
स्थानीय लोगों ने किया हस्तक्षेपः इस दौरान तीखी नोखझोक भी हुई लेकिन स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया। दोनों शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए। पुलिस का कहना है कि दोनों की मौत कैसे हुई, यह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।

