UP News: यूपी के औरेया से किडनैप किए गए एक ज्वेलर के 12 साल के बेटे का शव देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मिला था। बच्चे का अपहरण करने में आठ आरोपी शामिल थे। पुलिस ने इन सभी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। सभी के पैरों में गोली लगी है और इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने औरेया के एरवा कटरा इलाके से बीते शनिवार को छठी क्लास के स्टूडेंट को उसके घर के बाहर से किडनैप कर लिया था।

औरेया के एसपी ने कहा कि जिन आरोपियों को पकड़ा गया है उनमें से एक पीड़ित का पड़ोसी रियाज सिद्दीकी भी शामिल है। इसने फिरौती के लिए ही किडनैपिंग की प्लानिंग की थी। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, औरेया के एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि बच्चे का अपहरण करने के बाद उसे ट्राली बैग में छिपा दिया था। इसमें उसका दम घुट गया और मौत हो गई।

ज्वेलर ने दर्ज करवाई शिकायत

अधिकारी ने कहा कि औरेया के ज्वेलर मोहम्मद शकील ने शिकायत दर्ज करवाई कि उनका बेटा घर के बाहर खेलते हुए लापता हो गया है। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला कि सुभान को आखिरी बार पड़ोसी रियाज सिद्दीकी के साथ देखा गया था। स्थानीय लोगों ने पुलिस को यह भी बताया कि रियाज को हाल के दिनों में अक्सर लड़के के साथ देखा गया था। पुलिस ने रियाज और उसके दोस्तों की तलाश की तो उसका कोई सुराग नहीं मिल सका। इसके बाद पुलिस ने उनकी कॉल डिटेल खंगाली तो पता चला कि वह औरेया से बाहर जा रहे थे।

सभी आरोपियों की लोकेशन दिल्ली में मिली

इन सभी आरोपियों पर नजर रखने के लिए पुलिस की कई टीमें तैनात की गईं थी। बाद में उनकी लोकेशन दिल्ली में मिली थी। औरैया पुलिस ने बताया कि नोएडा और दिल्ली पुलिस की मदद से रविवार को एक आरोपी अवधेश कुमार मिश्रा को पकड़ लिया गया। उसने कड़ी पूछताछ के बाद खुलासा किया कि लड़का दिल्ली में पश्चिम विहार के पास तीन अन्य आरोपियों जतिन दिवाकर, रवि कुमार और दीपक गुप्ता के साथ था।

आरोपियों ने भागने की कोशिश की

दिल्ली पुलिस के साथ काम करते हुए औरैया पुलिस ने जतिन, रवि और दीपक को पकड़ लिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने उनकी कार से एक ट्रॉली बैग बरामद किया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब बैग खोला गया तो उन्हें बच्चे का शव मिल गया था। उसके हाथ और पैरों को बांधकर रखा गया था। वहीं पुलिस अधिकारी ने मुठभेड़ को लेकर कहा कि जब रियाज, शोभन, अंकित और आशीष को पकड़ने के लिए मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इसके बाद सभी आरोपियों ने भागने की कोशिश की। गोलीबारी में सभी आठ आरोपियों के पैर में गोली लगी है।