हाल ही में असम की एक एसआई अपने मंगेतर को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर चर्चा में आई थी। अब इसी क्रम में असम पुलिस के सब-इंस्पेक्टर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। बीते दिनों मिली एक शिकायत के चलते सब-इंस्पेक्टर से दो दिनों तक पूछताछ चली थी। सब-इंस्पेक्टर पर आरोप है कि वह कथित तौर पर अपने मंगेतर के अपराधों में भागीदार थी।
बता दें कि, असम पुलिस में सब-इंस्पेक्टर जुनमणी राभा ने पिछले महीने राज्य के नगांव जिले में धोखाधड़ी के आरोप में अपने मंगेतर राणा पोगाग को गिरफ्तार किया था। राणा पोगाग पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप था, बाद में पोगाग को आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी सहित विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।
असम पुलिस ने सब इंस्पेक्टर जुनमणी राभा के मंगेतर राणा पोगाग के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने कुछ लोगों को ओएनजीसी में नौकरी और ठेका दिलाने का वादा करके ठगा। हालांकि, बाद में जुनमणी राभा पर भी आरोप धोखाधड़ी लगे थे और लगातार दो दिनों तक पूछताछ के बाद एसआई राभा को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
इससे पहले माजुली पुलिस ने राभा के मंगेतर के खिलाफ “आपराधिक साजिश” और “धोखाधड़ी” सहित विभिन्न आरोपों पर एक मामले के सिलसिले में गिरफ्तारी की थी। इस मामले को शुरुआत में सब इंस्पेक्टर जुनमणी राभा ने ही लीड किया था। कथित तौर पर, दो ठेकेदारों राम अबत्रा शर्मा और अजीत बोरा ने राभा के मंगेतर राणा पोगाग के खिलाफ दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की थीं।
दोनों ठेकेदारों ने राभा के मंगेतर राणा पोगाग पर वित्तीय लेनदेन में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। इसी मामले में आरोप लगा था कि राभा भी कथित तौर पर पोगाग के अपराधों में शामिल थी। पोगाग के बारे में जब शिकायत दर्ज कराई गई थी तब जुनमणी राभा माजुली थाने में तैनात थी। इसके बाद, राभा पर भी माजुली जिले के एक पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कई प्राथमिकी दर्ज की गईं थी।
कथित तौर पर राभा पर आरोप लगने के बाद उसका नागांव जिले से कलियाबोर पुलिस थाने में ट्रांसफर कर दिया गया था। राभा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने उससे 3 जून को पूछताछ शुरू की थी। जबकि, पोगाग फिलहाल वह नगांव में न्यायिक हिरासत में है और उसे आईपीसी की धारा 120बी सहित कई अन्य धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था।