असम पुलिस ने शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सूबे के बारपेटा, हाउली और कलगछिया क्षेत्र से बांग्लादेशी नागरिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इस सभी पर आतंकी संगठन अल-कायदा से संबंधित बांग्लादेशी जेहादी समूह से जुड़े होने का आरोप है। फिलहाल पकड़े गए पांचों लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। सभी आरोपियों के पास से आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किये गए हैं।

असम पुलिस के मुताबिक, बारपेटा, हाउली और कलगछिया क्षेत्र से गिरफ्तार किये गए पांचों लोग अपने इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों को बढ़ाने का प्रयास कर रहे थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि सैफ-उल इस्लाम उर्फ हारून राशिद अवैध रूप से बांग्लादेश से भारत में आया था। जिसके बाद वह ढकलियापारा की एक मस्जिद में शिक्षक बनकर नौकरी कर रहा था।

पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत के अनुसार, खुफिया जानकारी के आधार पर छापेमारी कर यह पांचों गिरफ्तारी की गई हैं। सैफ-उल इस्लाम ने ही अन्य चारों आरोपियों खैरुल इस्लाम, बादशाह सुलेमान, नौशाद और तैमूर रहमान खान को अपने साथ जोड़ा था। महंत के मुताबिक, काफी समय से इस तरह की जानकारी थी कि सीमा पार से कुछ लोग देश में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक, असम के अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किए गए लोग अल-कायदा के उप महाद्वीपीय मॉड्यूल का हिस्सा थे। वहीं, सैफ-उल इस्लाम उर्फ हारून राशिद ने ही अन्य चार आरोपियों को अंसारुल्ला बांग्ला टीम (ABT) से जोड़ा था। इस संगठन में शामिल होने के लिए पहले सभी को महीनों तक मानसिक रूप से तैयार किया गया। फिर बारपेटा जिला को मुख्य केंद्र बनाने की तैयारी थी।

सभी आरोपी बारपेटा से ही सारी संदिग्ध व जेहादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए काम कर रहे थे। बारपेटा, हाउली और कलगछिया क्षेत्र से अरेस्ट किए गए इन सभी आरोपियों के पास से आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किये गए हैं। सभी आरोपी कथित तौर पर आतंकी संगठन अल-कायदा से संबंधित बांग्लादेशी जेहादी समूह से जुड़े हैं। असम पुलिस के मुताबिक सभी से कड़ी पूछताछ जारी है।