पश्चिम बंगाल एसएससी भर्ती घोटाले के सिलसिले में दागी पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ में बेलघरिया फ्लैट के बारे में बड़ा कबूलनामा दिया है। आपको बता दें कि, बुधवार की शाम से गुरुवार की सुबह तक ईडी के अधिकारियों ने मुखर्जी के आधिकारिक तौर पर स्वामित्व वाले इसी फ्लैट से करीब 30 करोड़ रुपये की नकदी और 6 किलो सोना बरामद किया था।
अर्पिता ने कहा- फ्लैट की कई डुप्लीकेट चाबियां
इस पूछताछ में अर्पिता ने अपने कोलकाता के बेलघरिया फ्लैट के बारे में बताया है कि वह घर उनका है; लेकिन उसकी कई डुप्लीकेट चाबियां हैं जिसे उनकी गैर-मौजूदगी में कई अन्य लोगों द्वारा भी इस्तेमाल में लाया जाता है। ईडी के सूत्रों ने कहा कि अधिकारी अब इस मामले में अर्पिता मुखर्जी के दावों की जांच की जाएगी।
बेलघरिया फ्लैट की सोसायटी में हो सकती है पूछताछ
अधिकारी इस दावे की पुष्टि के लिए सोसायटी परिसर में कार्यरत सुरक्षा कर्मियों और अन्य मकान मालिकों से भी पूछताछ करने की कोशिश करेंगे कि क्या उन्होंने चाबी से फ्लैट खोलकर उनके अलावा किसी और को इस फ्लैट में जाते हुए देखा है। इसके अलावा, सोसायटी में लगे सीसीटीवी की फुटेज की भी जांच की जाएगी।
ED को संदेह- अकेले अर्पिता का काम नहीं
ईडी के एक अधिकारी ने कहा, “हम इस मामले में उनके (अर्पिता) बयानों को पूरी तरह से खारिज नहीं कर रहे हैं। ईडी का मानना है कि जिस तरह से फ्लैट के अलग-अलग हिस्सों में भारी मात्रा में नकदी और सोना छिपाकर रखा गया था, उस हिसाब से इस काम को पूरा करना उनके अकेले लिए काफी मुश्किल है।
बैंक खाते किए जा रहे फ्रीज
वहीं अब इस मामले में ईडी के अधिकारियों ने फर्जी बैंक खातों की जांच करने और उन्हें फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिनके बारे में उनका मानना है कि घोटाले की रकम को अलग-अलग माध्यमों से ट्रांसफर किया गया होगा। जानकारी के मुताबिक, अधिकारी ऐसे आठ खातों को फ्रीज कर चुके हैं, बाकी अन्य की प्रक्रिया अभी जारी है। इसके अलावा, पार्थ चटर्जी के करीबी रिश्तेदारों और सहयोगियों के कुछ बैंक खाते भी जांच के दायरे में हैं।