मध्य प्रदेश में एक कैदी द्वारा जेल के गेट पर Tiktok Video बनाए जाने की घटना सामने आने के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होने पर पुलिस अधीक्षक कुमार सौरभ ने सिविल लाइन पुलिस से इस मामले में जवाब मांगा है।

घटना के बारे में मिली विस्तृत जानकारी के मुताबिक छतरपुर जिले के सागर रोड के पास से पुलिस ने एक युवक रोहित सागर को चाकू और कट्टे के साथ पकड़ा था। पुलिस ने युवक पर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेजने की तैयारी की जाने लगी।

वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि आर्म्स एक्ट का आऱोपी रोहित सागर के हाथ में हथकड़ी लगी है और वो जेल के गेट पर खड़ा है। बताया जा रहा है कि दूर खड़ा उसका एक दोस्त उसका वीडियो बना रहा था। वीडियो में यह कैदी अपने हाथ पर लगी हथकड़ी को दिखाता है और बैकग्राउंड से आवाज आती है कि ‘क्या लगता था कि नहीं लौटेंगे .. गलत.. जब तक तोड़ेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं’। वीडियो बनाने के बाद यह कैदी जेल के अंदर दाखिल हो जाता है।

इस वीडियो में दो पुलिसकर्मी भी नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह दोनों आरक्षक नरेश सिंह और कुलदीप सिंह सिविल लाइन थाने में तैनात हैं और इन्हीं दोनों को इस कैदी को जेल भेजने की जिम्मेदारी दी गई थी। जिस वक्त यह कैदी अपना वीडियो बनवाता है उस वक्त यह दोनों पुलिसकर्मी उसे देखते रहे।

दूर खड़े कैदी के दोस्त के वीडियो में यह दोनों पुलिसकर्मी भी कैद हो गए हैं। वीडियो में यह कैदी हंसता हुआ भी नजर आ रहा है। बहरहाल इस वीडियो को सोशल मीडिया पर देखने के बाद कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे घोर लापरवाही कहा है। दोनों सिपाहियों से इस मामले में जवाब तलब किया गया है।