Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले से दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पिता ने अपने छह और सात साल के दो बेटों की हत्या कर दी। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार उन्हें डर था कि इस कॉम्पिटिटिव दुनिया में उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। हालांकि, बाद में, उन्होंने खुद को फांसी लगा ली।
शख्स ने अपने पीछे एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें लिखा था कि उसे एहसास हुआ कि उसके दो बेटे, जो अपर किंडरगार्टन (यूकेजी) और कक्षा पहली में थे, कॉम्पिटिटिव दुनिया में खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष करेंगे।
ये घटना शुक्रवार को शहर के रामनय्यापेट में हुई।
दो बाल्टी पानी में डुबो कर मार दिया
रिपोर्ट में बताया गया कि सरपवरम पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर बी पेड्डी राजू ने कहा कि पिता वनपल्ली चंद्र किशोर (31) काकीनाडा में ओएनजीसी कार्यालय में असिस्टेंट के रूप में काम करते थे। पुलिस अधिकारी ने कहा, “उन्होंने अपने दो बेटों के हाथ-पैर बांधकर और उन्हें दो बाल्टी पानी में डुबोकर मार डाला। परिवार आर्थिक रूप से स्थिर था, इसलिए उनकी हरकतें आश्चर्यजनक हैं।”
यह भी पढ़ें – सहरी से पहले तीन बच्चों का घोंटा गला, फिर खुद भी पिता ने लगाई फांसी, एक साथ चार मौत से मचा कोहराम
किशोर ने 2017 में तनुजा साईं रानी से शादी की थी और उनके दो बेटे, जोशीथ (7) और निखिल (6) थे, जो पास के एक निजी स्कूल में पढ़ते थे। उनके पड़ोसियों ने कहा कि उन्होंने दंपति को नॉर्मल और मिलनसार पाया। चूंकि बच्चे स्कूल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे थे, इसलिए माता-पिता ने उन्हें नए अकेडमिक इयर से अच्छे स्कूल में भेजने का फैसला किया था और पूछताछ भी की थी।
इस बहाने बच्चों को अपने साथ ले गया शख्स
हालांकि, शुक्रवार को होली की छुट्टी होने के कारण किशोर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ काकीनाडा ग्रामीण मंडल के वकालपुडी गांव में ONGC कार्यालय में अपने सहकर्मियों के साथ त्योहार मनाने गए थे। वहां पहुंचने के कुछ मिनट बाद, उन्होंने अपनी पत्नी से कहा कि वो बच्चों को नई स्कूल यूनिफ़ॉर्म सिलवाने के लिए एक दर्जी के पास ले जाएंगे।
यह भी पढ़ें – बेंगलुरु : होली पार्टी में बवाल, इस वजह से भिड़ गए नशे में धुत छह लोग, लाठी-सरिये से की मारपीट, 3 की मौत
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने उसे कार्यालय में छोड़ दिया और बच्चों के साथ बाहर चले गए। जब वे काफी देर तक नहीं लौटे, तो उसने अपने पति को बार-बार उनके मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
कुछ समय बाद, किशोर ने एक संदेश भेजा कि वो 10 मिनट में वापस आ जाएगा। लेकिन वह वापस नहीं आया। ऐसे में चिंतित तनुजा परि के ही एक सहकर्मी के साथ अपने घर पहुंची और पाया कि दरवाज़ा अंदर से बंद है। जब ज़ोर से खटखटाने और आवाज़ लगाने के बाद भी अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो किशोर के सहकर्मी ने कुछ स्थानीय लोगों को बुलाया और मेन गेट तोड़ दिया।
पानी से भरी बाल्टी में डूबे थे बच्चों के सिर
अंदर जाने पर उन्होंने किशोर एक कमरे में सिलिंग फैन से लटका हुआ पाया। जबकि जोशीथ और निखिल बाथरूम में मृत पाए गए। उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे और उनके सिर पानी से भरी बाल्टी में डूबे हुए थे।