Aligarh Crime News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के एक गांव में सोमवार दोपहर संपत्ति के मुद्दे पर भड़के विवाद में एक 55 वर्षीय महिला और उसकी गोद ली हुई 22 साल की बेटी प्रियंका कुमारी को उनके परिवार के ही सदस्यों ने मिलकर मार डाला। अलीगढ़ पुलिस के मुताबिक, गोंडा पुलिस स्टेशन में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) में मृतका मुकेश कुमारी के तीन छोटे देवर और परिवार के चार अन्य सदस्यों को आरोपी के रूप में नामजद किया गया है, लेकिन अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
दिल्ली और गाँव में सुरेश कुमार की संपत्ति को लेकर विवाद दोहरे हत्याकांड की वजह
अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कलानिधि नैथानी ने कहा, “मृतक सुरेश कुमार की दिल्ली और उसके पैतृक गाँव में संपत्ति को लेकर विवाद दोहरे हत्याकांड (Double Murder) का कारण प्रतीत होता है। सुरेश कुमार मृतका मुकेश कुमारी के पति थे। कुमारी और उसकी गोद ली हुई बेटी की हत्या के बाद फरार अपराधियों को पकड़ने के लिए तीन पुलिस टीमें गठित की गई हैं और हमें उम्मीद है कि हम उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे।
हत्या की शिकार गमजदा मां-बेटी से इस बात पर नाराज थे परिवार के सदस्य
पुलिस ने कहा कि 62 वर्षीय सुरेश कुमार दिल्ली परिवहन निगम (DTC) में ड्राइवर थे और 30 अगस्त को राष्ट्रीय राजधानी के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई। मुकेश कुमारी और उनकी गोद ली हुई (दत्तक) पुत्री प्रियंका उनका अंतिम संस्कार और अन्य अनुष्ठान दिल्ली में करना चाहते थे, लेकिन सुरेश कुमार के भाइयों ने जोर देकर कहा कि अंतिम संस्कार समेत सभी रस्म रिवाज उनके पैतृक गांव कैमथल में होना चाहिए।
कैमथल गांव में श्रद्धांजलि सभा के लिए इकट्ठा हुए थे परिवार के लोग, हिंसक हुआ संपत्ति विवाद
परिवार के सभी सदस्य दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए 4 अगस्त को कैमथल गांव में इकट्ठा हुए थे। वहां सुरेश कुमार के भाइयों ने यह कहते हुए आपत्ति जताई कि प्रियंका को अपने पिता की संपत्ति विरासत में नहीं मिल सकती है। इसे उनके परिवार के जीवित सदस्यों के बीच बराबर-बराबर बांटा जाना चाहिए। इससे शुरू हुआ विवाद जल्द ही हिंसक हो गया और मुकेश कुमारी और प्रियंका को बार-बार लाठियों और लाठियों से तब तक पीटा गया जब तक कि दोनों की मौत नहीं हो गई।
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19 साल पहले गोद ली गई थी प्रियंका, फरार हमलावरों की तलाश में फोरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वाड
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम के मौके पर पहुंचने से पहले ही हमलावर गांव से भाग गये। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) पलाश बंसल ने कहा कि भगोड़े लोगों का सुराग पाने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों और डॉग स्क्वाड को खोजबीन में लगाया गया है। प्रियंका मृतका मुकेश कुमारी के भाई की बेटी थी। 19 साल पहले उन्हें गोद लिया गया था, क्योंकि दंपति की अपनी कोई संतान नहीं थी।