अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से उसके निशाने पर वहां महिलाओं की आजादी और वर्तमान शिक्षा प्रणाली है। हर दूसरे दिन महिलाओं की आजादी और शिक्षा को लेकर तालिबान के नेता बदलाव के संकेत दे रहे हैं। इससे जुड़ी घोषणाएं कर रहे हैं।
एक अधिकारी के अनुसार, तालिबान अफगानिस्तान की शिक्षा प्रणाली को “इस्लाम के खिलाफ” सभी तत्वों से शुद्ध करने की योजना बना रहा हैं। रविवार को अंतरिम उच्च शिक्षा मंत्री अब्दुल बकी हक्कानी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा स्थापित वर्तमान शिक्षा प्रणाली की आलोचना करते हुए कहा कि यह धार्मिक सिद्धांतों का पालन करने में विफल रही है। हक्कानी ने कहा- “दुनिया ने धर्म को वैज्ञानिक शिक्षा से बाहर निकालने की कोशिश की, जिससे लोगों को नुकसान हुआ, शिक्षा प्रणाली में इस्लाम के खिलाफ हर चीज को हटा दिया जाएगा।
हक्कानी की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब एक पर्वतीय प्रांत में एक अफगान लोक गायक फवाद अंदाराबी की हत्या की खबरों ने मानवाधिकार खतरों के बारे में नई चिंता पैदा कर दी है।
फवाद अंदाराबी के परिवार ने कहा कि उनका काबुल से लगभग 100 किमी उत्तर में अंदाराबी घाटी में तालिबान लड़ाके द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बेटे ने कहा- “वो निर्दोष थे, एक गायक जो केवल लोगों का मनोरंजन करते थे। उन्होंने उसे खेत में सिर में गोली मार दी।”
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने संवाददाताओं से कहा कि तालिबान घटना की जांच करेगा। हालांकि इसके बारे में वो कोई जानकारी नहीं दे सके।
तालिबान भले ही दावा करे कि उसका इसबार का शासन उदार रहेगा, जनता का वो उत्पीड़न नहीं करेगा, लेकिन उसका वादा महिलाओं की आजादी और शिक्षा की बात आते ही टूटने लगता है। रविवार को, अफगान विश्वविद्यालयों के पूर्व अधिकारियों और व्याख्याताओं ने तालिबान से शिक्षा प्रणाली को खत्म करने के बजाय उसे बनाए रखने और उन्नत करने का आह्वान किया है।
मुजाहिद ने कहा है कि आने वाले दिनों में नई तालिबान सरकार के लिए एक पूर्ण मंत्रिमंडल की घोषणा की जाएगी, जिसमें राज्यपाल और पुलिस प्रमुख पहले से ही देश के 34 प्रांतों में से एक में नियुक्त किए गए हैं। विद्रोही समूह अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से विदेशी सैनिकों की वापसी पूरी होने के बाद राजनयिक संबंध बनाए रखने की अपील कर रहा है।