उत्तर प्रदेश के जालौन जिले कोंच कोतवाली के चमरसेना गांव में एक व्यक्ति ने खुद को गोद लेने वाले पिता पर कथित रूप से हमला कर दिया। 87 वर्षीय व्यक्ति पर पत्थर से हमला करने के बाद आरोपी ने गला दबाकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान नबी बख्श के रूप में हुई है। करीब 26 साल पहले नबी बक्श ने शफी को गोद लिया था। नबी बख्श आरोपी शफी, उसकी पत्नी अख्तर और उनके चार बच्चों के साथ रह रहा था। आरोपी बेरोजगार है और आर्थिक रूप से अपने पिता नबी पर निर्भर था।
पिता की जमीन अपने नाम चाहता था: बताया जा रहा है कि नबी बख्श के पास 14 बीघा जमीन थी, जिसमें से उन्होंने अपने पोते आरिफ के नाम 10 बीघा जमीन ट्रांसफर कर दी थी, जबकि शफी पर चाहता था कि 10 बीघा जमीन उसके नाम से पंजीकृत हो।
26 साल पहले लिया था गोद: एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शफी, नबी बख्श के बहनोई का बेटा है। उसे लगभग 26 साल पहले नबी ने गोद लिया था। नबी बख्श ने उसकी शादी अख्तर से करवाई थी, जिससे उसके आरिफ (10 साल) समेत चार बच्चे है। शफी बेरोजगार है और अपने पिता के खेती के व्यवसाय पर निर्भर है।
नबी के सिर पर पत्थर से वार किया: मंगलवार (1 अक्टूबर) देर रात को शफी अपने पिता नबी के कमरे में गया और उसने अपने बेटे के नाम पर की गई जमीन को अपने नाम करने की मांग करने लगा, लेकिन शफी इसके लिए तैयार नहीं था। इसे लेकर दोनों के बीच तीखी नोक-झोक शुरू हो गई। इसी दौरान शफी ने एक पत्थर उठाकर नबी के सिर पर कई वार किए।
पड़ोसियों ने पुलिस को दी सूचना: रिपोर्ट के मुताबिक पत्थर से सिर पर मारने के बाद शफी ने लुंगी से अपने पिता का गला दबाकर हत्या कर दी। नबी बख्श के मरने के बाद शफी ने खुद को अपने पिता के कमरे में बंद कर लिया। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आया, तो शफी की पत्नी और बच्चे मदद के लिए पड़ोसियों के पास पहुंचे। पड़ोसियों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंच कमरे का दरवाजा तोड़कर देखा तो वहां शफी छिपा हुआ था। उसके बगल में नबी बख्श की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। पुलिस नबी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और आरोपी को हिरासत में ले लिया।
एएसपी अवधेश कुमार ने कहा कि शफी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।