यूपी के प्रयागराज से सनसनीखेज खबर सामने आई है, यहां एक 9वीं के छात्र की दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई और फिर उसके शव को तालाब के किनारे फेंक दिया गया। हत्या इतने वहशी तरीके से की गई थी कि शव खून से सना हुआ मिला था। लड़के के सिर में कई वार किए गए थे, जिससे गड्ढा हो गया था। अब पुलिस ने आरोपी का पता लगा लिया है, चलिए बताते हैं कि पूरा मामला क्या है।

मामला बीते शनिवार का है, छात्र के परिजन से पुलिस की सूचना दी। इसके बाद पुलिस स्क्वॉयड और फॉरेसिंक टीम के साथ मौके पर पहुंची औऱ मामले की जांच करने में जुट गई। घटनास्थल पर पुलिस को चप्पल, मोबाइल और फावड़ा मिला। मामले में पुलिस ने एक परिवार के 5 लोगों को हिरासत में लिया और पूछताछ की। इसके बाद छात्र की हत्या से राज उठ गया।

किशोरी ने पुलिस से बताया कि वह अपने घऱ के पीछे शैलेश से बात कर रही थी, तभी उसके अब्बू जग गए औरदोनों को देख लिया। वे वहां आए और उसे घर जाने के लिए भगा दिया। इसके थोड़ी देर बार लड़के के चीखने की आवाजें आने लगीं। लड़की अम्मी-अम्मी चिल्लाने लगी मगर उसके पिता नहीं रुके।

मामला सरायइस्माइल लाला गांव का है, मृतक के पिता अश्वनी यादव का कहना है कि मेरे बेटे के पास शनिवार शाम किसी का फोन आया। इसके बाद वह घर से चला गया। कई घंटे बाद भी वह घर नहीं लौटा। उसे फोन किया मगर बात नहीं हो पाई। हम उसे खोजने गए तो तालाब के किनारे खून से सना उसका शव मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

खून से सना मिला शव

मामला सरायइस्माइल लाला गांव का है, मृतक के पिता अश्वनी यादव का कहना है कि मेरे बेटे के पास शनिवार शाम किसी का फोन आया। इसके बाद वह घर से चला गया। कई घंटे बाद भी वह घर नहीं लौटा। उसे फोन किया मगर बात नहीं हो पाई। हम उसे खोजने गए तो तालाब के किनारे खून से सना उसका शव मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

शैलेश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है, शैलेश यादव की मौत की वजह सिर में गंभीर चोट बताई गई है। कई जगह तो गहरे चोट के कारण सिर में गड्ढे हो गए हैं। कुछ दूरी पर एक मोबाइल,एक जोड़ी चप्पल और फरसा मिला, इसके जरिए पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। लड़की ने कबूल किया है कि वह पहले भी शैलेश से मिल चुकी थी, वे बात करते थे। वहीं आरोपी पिता का कहना है कि मेरी बच्ची छोटी है उसे जाने दो, मुझे जेल भेज दो, मैंने कुछ नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि मामले में जल्दी खुलासा करेगी।

‘‘मुझे नहीं पता कि वे क्यों लड़ रहे थे, लेकिन जब मैंने अपने चाचा (पंकज) को वहां देखा तो बीच-बचाव किया। हमलावरों के पास पिस्तौल थी। उन्होंने उन पर गोलियां चला दीं और भाग गए।’’