महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में स्कूली बच्चों द्वारा अपने ही एक नाबालिग सहपाठी से करीब 3 लाख रुपए की वसूली करने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक वारदात को अंजाम देने वाले सभी छात्र नौवीं कक्षा के बताए जा रहे हैं, वहीं पीड़ित की उम्र करीब 15 साल बताई जा रही है। उसके साथ पिछले 18 महीनों से वसूली की जा रही थी। एक आरोपी ने पैसे न मिलने पर उसे और उसके माता-पिता को मारने की धमकी भी दी थी।

यूं सामने आया मामलाः पूरे घटनाक्रम का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित छात्र को तेजी से वजन कम होने के चलते उसकी मां कलामबोली अस्पताल ले गई। तभी उसकी मां ने उसके लिए आए फोन पर सुना कि ‘काम हो गया क्या?’ कॉल करने वाले ने खुद को पीड़ित का दोस्त बताया। इन संदिग्धों के संबंध में पीड़ित बच्चे ने बेहद डरते हुए खुलासा किया। दरअसल अस्पताल में इलाज के दूसरे दिन जब ट्रांसपोर्ट व्यवसाय चलाने वाले उसके पिता ने घर पर देखा तो उन्हें पता चला कि घर से नकदी गायब है। जब बेटे से उन्होंने इस संबंध में पूछा तो उसने कहा कि उसने खाने-पीने पर खर्च कर दिए, इस पर उन्हें यकीन नहीं हुआ और उन्होंने बेटे को पुलिस के पास ले जाने की धमकी दी।

मंगलवार (23 जुलाई) को उसके पिता ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई और बेटे के साथ स्कूल प्रिंसिपल से मुलाकात की। बच्चे ने प्रिंसिपल से कहा कि उस लड़के ने सिर्फ पिछले 10 दिनों में ही 70 हजार रुपए लिए हैं। जब आरोपी बच्चे के पैरेंट्स को स्कूल बुलाया गया तो उन्होंने पीड़ित पक्ष को ही धमकी दी जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी शिकायत की।

शिकायत के मुताबिक जनवरी 2018 से जून 2019 के बीच ढाई लाख रुपए नकद, करीब 30 हजार रुपए की गोल्ड चेन, 10 हजार रुपए का मोबाइल फोन आदि बच्चे से लिए गए थे। पीड़ित ट्रांसपोर्ट व्यवसायी ने पुलिस से कहा, ‘मुख्य आरोपी मेरे बच्चे का सहपाठी है। उसने करीब डेढ़ साल तक मेरे बच्चे को डराया और उसके साथ-साथ परिवार को मारने की धमकी दी। वो पैसे लेने के लिए घर पर आते थे। मुझे नहीं पता वे पैसे का क्या करते हैं।’ असिस्टेंट इंस्पेक्टर अनिल देवाले ने कहा, ‘आरोपी नाबालिग को आईपीसी की धारा 386 और धारा 34 के तहत गिरफ्तार किया गया। ‘