700 पुलिस वाले और 200 CCTV के फुटेज। यह केस इतना हाईप्रोफाइल था कि दिल्ली पुलिस कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती थी इसलिए उसने इस केस से जुड़ी तमाम पहलुओं को बारिकी से जांचा जा रहा था। दरअसल बीते शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी दमयंती बेन मोदी से एलजी हाउस के पास कुछ अपराधी टकरा गए। ऑटो से उतरते वक्त स्कूटी पर सवार 2 अपराधियों ने दमयंती बेन से उनका पर्स छिन लिया और वहां से फरार हो गए।
हालांकि दिल्ली में इस तरह से छिनैती कोई बड़ी बात नहीं है और यहां के थानों में इससे संबंधित पेंडिंग केसों की कोई कमी नहीं है। लेकिन इस बार मामला आम नहीं बल्कि सबसे खास था। अपराधियों को भी शायद वारदात के वक्त इस बात का इल्म नहीं था कि इस बार उनका जुर्म उन्हें सीधे सलाखों के पीछे पहुंचा देगा।
यूं धरे गए अपराधी: पीएम की भतीजी के साथ दिनदहाड़े हुई इस छिनैती में शामिल अपराधियों को पकड़ना पुलिस के लिए नाक का सवाल बन चुका था। ‘नवभारत टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पर्स छिनैती के इस मामले को सुलझाने में दिल्ली के 700 पुलिसकर्मी लगे हुए थे।
पुलिस को पहली सफलता तब लगी जब सीसीटीवी फुटेज में स्कूटी पर सवार दोनों अपराधी पुलिस को नजर आ गए। छिनैती करने के बाद यह अपराधी किस दिशा की तरफ भागे यानी उनका रूट मैप क्या था यह पता लगाने के लिए पुलिस ने करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगाल डाले।
हरियाणा पहुंची दिल्ली पुलिस: अपराधियों के भागने का रूट मैट हासिल करने के बाद इस केस के तार हरियाणा से जुड़ते नजर आए। लिहाजा केस की कड़ियों को जोड़ने और अपराधियों को तलाशते-तलाशते पुलिस हरियाणा के सोनीपत पहुंच गई।
यहां पुलिस ने सदर बाजार के रहने वाले 21 साल के एक शख्स गौरव को सबसे पहले दबोचा। गौरव अपने रिश्तेदार के घर छिपा हुआ था। गौरव ने बताया कि उसने वारदात में इस्तेमाल की गई स्कूटी को अपनी मौसी के घर रखा था।
2 दिन में सुलझा केस: गौरव की शिनाख्त पर इस केस का दूसरा आरोपी 22 साल का बादल उर्फ आकाश भी सुल्तानपुरी से पकड़ा गया। जांच की सारी कवायद और अपराधियों को पकड़ने में पुलिस को महज 2 दिन लगे।
पुलिस ने इनके पास से दमयंती बेन मोदी की घड़ी और छिनैती में गए कुछ दस्तावेज भी बरामद कर लिए। अब पुलिस इन अपराधियों पर कानून के मुताबिक कार्रवाई में जुटी है। (और…CRIME NEWS)

