झारखंड के धनबाद जिले में चौथी कक्षा की एक छात्रा ने स्कूल के चिकित्सा कक्ष में वाइस प्रिंसिपल समेत 2 अध्यापकों पर रेप करने का आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि करीब एक महीने पहले वह कक्षा में बेहोश हो गई थी। आरोप है कि दवा देने के बहाने मेडिकल रूम में आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने कहा कि स्कूल के दो शिक्षकों के खिलाफ कटरास थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। छात्रा ने आरोपियों पर एक महीने पहले संस्थान के चिकित्सा कक्ष में उससे दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) किशोर कौशल ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि नौ वर्षीय पीड़िता की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है और मामला गंभीर है।

National Hindi News, 9 September 2019 LIVE News Updates: देश-दुनिया की तमाम अहम खबरों के लिए क्लिक करें

एसएसपी ने कहा, ‘‘पुलिस हर नजरिये से मामले की जांच कर रही है और मेडिकल टेस्ट की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।’’ पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एचके सिंह ने कहा कि लड़की का मेडिकल टेस्ट रविवार को पीएमसीएच में किया गया। एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने एक स्थानीय अदालत में धारा 164 के तहत छात्रा का बयान दर्ज किया और एफआईआर दर्ज की।

Weather Forecast Today Live Latest News Updates: मुंबई में भारी बारिश का अलर्ट, नागपुर में 120 गांवों से संपर्क टूटा, देश के अन्य हिस्सों में ऐसा है मौसम का हाल

बता दें कि इस मामले में विद्यालय के उप-प्रधानाचार्य समेत दो शिक्षकों और स्कूल के चिकित्सा कक्ष की नर्स के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और पॉक्सो अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर के मुताबिक, पीड़ित छात्रा एक महीने पहले कक्षा में बेहोश हो गई थी।

पुलिस ने कहा कि एक शिक्षक ने उसे चिकित्सा कक्ष में भेज दिया, जहां नर्स ने उसे दवा दी, जिससे वह बेसुध हो गई। इसके बाद उससे कथित तौर पर दुष्कर्म हुआ, जिसमें उप-प्रधानाचार्य और क्लास टीचर शामिल थे। कुछ दिन बाद तबीयत ठीक न होने पर लड़की के परिजन उसे अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने लड़की के साथ कुछ गलत होने की आशंका जताई। पूछे जाने पर लड़की ने शुक्रवार को अपने माता-पिता को शुक्रवार को पूरा मामला बताया। पुलिस ने इस मामले में छात्रों, शिक्षकों और स्कूल प्राचार्या से पूछताछ की। प्रिंसिपल ने बताया कि उन्हें इस कथित घटना के बारे में जानकारी नहीं थी। उन्होंने मामले में पुलिस जांच में सहयोग की बात कही है।