महाराष्ट्र के पालघर से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां काम पर देरी से पहुंचने पर मालिक ने 13 साल के एक बच्चे को बुरी तरह से पीट दिया। मामले की जानकारी होने पर आरोपी शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। दरअसल, शख्स ने अवैध तरीके से बच्चे को काम पर रखा हुआ था। बच्चा उसके घर नौकर था। मामले में एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार, घटना सोमवार को जिले के खाम्लोली गांव की है। पुलिस ने बताया‍ कि आरोपी राजेन्द्र सीताराम पाटिल के खिलाफ बाल श्रम निषेध अधिनियम, बंधुआ मजदूर प्रणाली (उन्मूलन) अधिनियम, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 506 (आपराधिक धमकी) और 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।

पीड़ित बच्चा और आरोपी एक ही गांव में रहते हैं

मामले में मनोर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पीड़ित बच्चा और आरोपी एक ही गांव में रहते हैं। पाटिल ने अपने घर में मवेशी की देखरेख के लिए बच्चे को काम पर रखा था। किशोर लड़के की मां का कुछ साल पहले निधन हो गया था जबकि पिता बीमार रहते हैं। बच्चा, आरोपी के घर पर ही रहता था और उसे हर महीने 1,100 रुपये का वेतन मिलता था। उन्होंने आगे कहा कि 25 सितंबर को सुबह बच्चा गांव में गणेश प्रतिमा के दर्शन के लिए गया था। मालिक के घर लौटते वक्त उसने कुछ बच्चों को खेलता हुआ देखा और उनके साथ खेलने में लग गया। इस वजह से उसे मालिक के घर जाने में देरी हो गई।

बच्चे के पिता के साथ किया दुर्व्यवहार

अधिकारी ने बताया कि काम पर देरी से पहुंचने पर गुस्साए पाटिल ने बच्चे को बुरी तरह से पीटा और उसे गालियां दीं। बच्चा अपने पिता के पास गया और उन्हें घटना की जानकारी दी। इसके बाद पीड़ित बच्चे के पिता कुछ गांववालों के साथ मिलकर अपने बेटे की पिटाई को लेकर सवाल पूछने के लिए पाटिल के घर पर गए। जहां आरोपी ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया। पुलिस के मुताबिक, उसके बाद समूह पुलिस के पास पहुंचा। वहां बच्चे के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं‍ किया गया है। मामले की जांच चल रही है।