माना जा सकता है कि सत्रह लोग शक्तिशाली पद धारण करेंगे। जो बाइडेन बीस जनवरी 2021 को अमेरिका के छियालीसवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। उसी दिन कमला हैरिस भी अमेरिका की पहली महिला उप-प्रतिनिधि के रूप में शपथ लेंगी।

हैरिस, अफ्रीकी और अमेरिकी मूल की पहली महिला उपाध्यक्ष भी होंगी। यह पहली बार है जब भारतीय मूल के इतने लोग अमेरिका में शक्तिशाली पदों की कमान संभालेंगे। भारत में भारतीयों ने अपनी बुद्धिमत्ता और प्रतिबद्धता साबित की है। इसके अलावा, भारतीयों ने अन्य देशों में भी अपनी प्रतिभा और उस पर किए गए भरोसे को साबित किया है।
’नरेंद्र कुमार, भुजड़ू, मंडी, हिप्र

साइबर सतर्कता

वर्तमान डिजिटल युग के दौर में साइबर सुरक्षा एक महत्त्वपूर्ण चिंता बन कर उभरा है। तकनीक की ओर तेजी से कदम बढ़ाते, भारत के लिए एक चिंताजनक तस्वीर सामने आई है। हाल ही में केंद्र सरकार की संस्था, इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रिपोर्ट टीम के मुताबिक 2020 में कुल 11,58,208 साइबर हमले हुए। इन हमलों के तार चीन, पाकिस्तान, अमेरिका जैसे अन्य देशों से भी जुड़े पाए गए हैं।

हम जानते हैं कि देश के वित्तीय बाजार और परिवहन नेटवर्क पूरी तरह सूचना तकनीक नेटवर्क पर निर्भर करते हैं। साइबर हमलों की वजह से देश को व्यापक नुकसान हो सकता है। अभी भी ऐसी तकनीकी और व्यवस्था नहीं है, जो लोगों को ऐसे हमलों से सुरक्षित रख सके? इसलिए हमें अपने स्तर पर भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। मसलन, कोई भी बड़ी कंपनी, बैंक या सरकार फोन से संबंधित कोई जानकारी नहीं मांगती है। लेकिन अगर इस तरह की जानकारी हासिल करने के मकसद से कोई फोन आए, तो तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए।
’खुशबू वेद, आलोट, मप्र

काबिलियत की उड़ान

उत्तरी ध्रुव पर उड़ान की कमान संभालने वाली पहली महिला पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल और उनकी तीन सहयोगी महिला पायलटों कैप्टन पापागिरी थनमई, कैप्टन आकांशा सोनवरे और कैप्टन शिवानी मन्हास को इतिहास रचने पर हार्दिक बधाई। सशक्तिकरण के इस तरह के उदाहरण उन लोगों के मुंह पर एक तमाचा है जो पितृसत्ता की सर्वोच्चता में विश्वास रखते हैं।

प्रसव पूर्व लिंग जांच, भ्रूण हत्या, असमान लिंग अनुपात, एक बेटे की चाह में बेटियों की लाइन लगा देने वाले समाज को मानना होगा की परंपरा, रीति-रिवाज, मर्यादा, संस्कार, शर्म-ओ-हया जैसी तमाम बेड़ियों के बावजूद महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं। महिलाओं को जब भी अवसर मिलते हैं तो आत्मविश्वास से लबरेज महिलाएं सामाजिक दबाव को छिन-भिन्न करते हुए सफलता के नए आयाम लिख देती हैं।
’बृजेश माथुर, बृजविहार, गाजियाबाद, उप्र